गोरखपुर। आज पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ महेंद्र पाल सिंह द्वारा यातायात माह नवंबर ष् के अंतर्गत पुलिस लाइन जनपद गोरखपुर में यातायात जागरूकता एवं जीवन रक्षा के अंतर्गत डॉक्टर अजय कुमार शुक्ला कोषाध्यक्ष आईएमए , डायरेक्टर मुंबई हॉस्पिटल गोरखपुर के सौजन्य से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे मुख्य आरक्षीयो को कृत्रिम सांस देने व बेसिक लाइफ सपोर्ट के अंतर्गत सीपीआर का प्रशिक्षण दिलाया गया और पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ महेंद्र पाल सिंह द्वारा बताया गया कि यह प्रशिक्षण पुलिस के साथ आम नागरिकों को भी जानना जरूरी है परंतु दुर्घटना होने पर सबसे पहले पुलिस ही मौके पर पहुंचती है इसलिए पुलिस को क्रतिम श्वाँस देने एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट को जानना बहुत ही जरूरी है।
इस प्रशिक्षण के द्वारा स्वयं के परिवारजनों की जान और ड्यूटी के दौरान कोई दुर्घटना होने पर दूसरों की जान बचाई जा सकती है इसलिए यह प्रशिक्षण नए बैच के जवानों को जानना जरूरी है पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा मेपल ऐप के बारे में जानकारी दी और बताया कि मेपल ऐप एक स्वदेशी ऐप है जिससे मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है यह है नेविगेशन के लिए एक सुपीरियर ऐप है जिसके माध्यम से हमें लोकल ट्रैफिक संबंधित जानकारी मिल पाएगी और इस एप के द्वारा आपको किस एरिया में पार्किंग स्थान है की जानकारी भी आपको इस मेपल ऐप के माध्यम से मिल पाएगी और वीआईपी प्रोग्राम, छठ मेला, जुलूस आदि होने पर रूट डायवर्जन की जानकारी भी आपको मिल जाएगी ।
सरकारी सेवाओं , बाढ़, ट्राफिक सिग्नल खराब होने की सूचना भी आपको इस मेपल ऐप के माध्यम से मिलेगी और यह ऐप सिटीजन फ्रेंडली है जिसके माध्यम से यातायात संबंधित सुझाव भी आप दे सकते हैं और पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा सभी पुलिसकर्मियों को रोड सेफ्टी के बारे में बताया कि यातायात नियमों को पालन कराना आपका कर्तव्य है और यातायात नियमों को स्वयं भी पालन करें इसलिए जब भी बाइक ड्राइव करते समय हेलमेट अवश्य धारण करें और सही तरीके से बांधे और हेलमेट उच्च क्वालिटी का आई एस आई मार्क हो जिसका वजन 3 किलोग्राम होना चाहिए जिससे दुर्घटना होने से बचा जा सके और जिन पुलिसकर्मियों के वाहन में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट नहीं लगी हुई है वह लगवा ले और जिनका मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट से रजिस्टर्ड नहीं है वह अपना मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट से लिंक करवा ले और अपने परिवार रिश्तेदार सभी से प्रशिक्षण लें।