नई दिल्ली। बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे प्रदर्शन के चलते केंद्र सरकार ने डिप्टी सीएम और विधायकों समेत 10 बीजेपी नेताओं को वाई ग्रेड सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय का आदेश मिलने के बाद सीआरपीएफ आज से सुरक्षा घेरा संभाल रही है। सभी नेताओं के यहां आज केंद्रीय बल के 12 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भाजपा के आक्रामक विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल की सुरक्षा में सीआरपीएफ के 12 जवान तैनात किये गये हैं। वहीं दरभंगा से विधायक संजय सरावगी, दीघा से विधायक संजीव चौरसिया को सीआरपीएफ की सुरक्षा लगाई गई है। उपमुख्यमंत्री रेणु देवी की सुरक्षा में भी सीआरपीएफ की तैनाती की गई है।
दरअसल, बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा नेताओं पर हमले बढ़ गए हैं। विधायक विनय बिहारी अपने घर योगापट्टी से एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बेतिया जा रहे थे। प्रदर्शन के कारण जाम में फंसे विनय बिहारी की गाड़ी पर अचानक प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। इसके साथ भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के पेट्रोल पंप पर तोडफ़ोड़ की गई। उधर लखीसराय और सासाराम में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के कार्यालय में आग लगा दी। वहीं गुरुवार को नवादा में भी भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया।
केंद्र के इस फैसले से ठीक पहले बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार सरकार की पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े किए थे। बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा को टारगेट किया जा रहा है। तीन जिलों में बीजेपी के दफ्तर जला दिए गए लेकिन पुलिस वहां मौन रही। संजय जायसवाल ने कहा कि पुलिस-प्रशासन ने इस मामले में वैसे कार्रवाई नहीं की जिस तरह से करनी चाहिए थी। ना कहीं लाठीचार्ज हुआ और ना ही कहीं आंसू गैस छोड़ा गया।