गोरखपुर। शहर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक,साहित्यिक व सामाजिक क्षेत्रों में योगदान देने वाले एवं गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी के संरक्षक स्वर्गीय डॉक्टर रजनीकांत श्रीवास्तव नवाब के द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी के तत्वावधान में कैंप कार्यालय इलाहीबाग गोरखपुर में एक श्रद्धांजलि सभा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सौहार्द शिरोमणि डॉक्टर सौरभ पांडेय ने कहा कि युवा कवियों और शायरों को संरक्षण प्रदान करने वाले डॉक्टर रजनीकांत श्रीवास्तव नवाब का साहित्य में प्रोत्साहन के लिए युवाओं को मंच प्रदान करने के लिए दिया गया योगदान सदैव याद रखा जाएगा।
गोरखपुर लिटरेरी सोसायटी के संस्थापक एवं युवा कवि व शायर इं. मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि स्वर्गीय डॉक्टर साहब आज जब हमारे बीच नहीं हैं तो उनकी कमी हम सबको खेलती है उनका जाना अपूरणीय क्षति है लेकिन जिस प्रकार से उनका परिवार सामाजिक कार्यों को कर रहा है निसंदेह वह उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहा है जो प्रशंसा करने योग्य है।
वरिष्ठ कवि डॉक्टर एहसान अहमद ने कहा कि डॉक्टर साहब की शख्सियत सामाजिक सौहार्द बनाने में हिंदी और उर्दू भाषा को सामान प्रोत्साहन देना एक उत्कृष्ट कार्य था।
इस अवसर पर गोरखपुर शहर के समाजसेवियों युवा कवियों एवं शायरों ने डॉक्टर रजनीकांत श्रीवास्तव नवाब साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनके द्वारा दिए गए योगदान को याद किया।
इस अवसर पर एकता उपाध्याय, आशिया सिद्दीकी, गणेश गोरखपुरी, मिन्नत गोरखपुरी,डॉक्टर एहसान अहमद, डॉक्टर विमलेश चौधरी, सिराज खान,अंशुमान शुक्ला अंशु आदि ने काव्य पाठ किया, कवि सम्मेलन का सफल संचालन उत्कर्ष शुक्ला रूद्र ने किया।
इस अवसर पर सैयद इरशाद अहमद, शकील शाही,हाजी सोहराब खान ,मिनहाज सिद्दीकी,इमरान खान,हाजी जलालुद्दीन कादरी,मोहम्मद आकिब अंसारी,एडवोकेट अनीस अहमद मकसूद अली,शिबू खान,रितेश आदि उपस्थित रहे।