After all, the husband accepted the condition of the wife, you also know who that condition was
भोपाल। एक पति-पत्नी के बीच में शिक्षा, विवाद का कारण बन गई। पत्नी पीजी की डिग्री व ब्यूटिशियन का कोर्स करके अपने पैरों पर खड़ी हो गई, लेकिन पति दसवीं फेल था। पत्नी का तर्क है कि वह चाहती है कि पति कम से कम 12वीं तो कर ले। लेकिन पति, तैयार नहीं है। गुस्से में पत्नी भोपाल अपने माये आ बैठी। विधिक प्राधिकरण में काउंसलिंग के बाद पति ने माना कि वह पत्नी की इच्छा का मान रखेगा और 12वीं की पढ़ाई करेगा।
छावनी निवासी रानी (परिवर्तित नाम) का विवाह अप्रैल 2019 में हुआ था। विवाह के छह महीने तक पत्नी साथ रही, लेकिन पति ने उसके विचार मेल नहीं खा रहे थे। पत्नी वर्ष 202 में गांव छोड़कर शहर लौट आई। इसके बाद लॉकउाउन के चलते वह मायके में ही रह रही। लॉकडाउन के बाद पति लेने पहुंचा तो पत्नी ने कहा कि तुम 12वीं कर लो। भले ही हम गांव में रहें, लेकिन कम से कम तुमहें 12वीं पास तो होना चाहिए। पति ने इन्कार कर दिया।
कोविड के चलते जॉब आसानी से नहीं मिल रही थी तो पत्नी ने ब्यूटिशियन का कोर्स कर खुद कारोबार शुरु कर दिया। पति ने पत्नी को वापसए बुलाने के लिए पंचायतें जोड़ीं। रिश्तेदारों ने भी समझाया, लेकिन बात नहीं बनी। इसके चलते पति ने प्राधिकरण में आवेदन दिया। प्राधिकरण ने जब पत्नी से पूछा कि तुम्हें पहले से लड़के की शिक्षा की जानकारी नहीं थी तो उसने कहा कि उसे उम्मीद थी कि पति गांव में कुछ ढंग का काम करते होंगे। लेकिन सारा काम परिवार ही करता है और यह बस हाथ बंटाते हैं। परिवार में हर कोई पति से अधिक पढ़ा-लिखा है। वह इतना चाहती है कि पति का आत्मसम्मान बरकरार रहे।