सिसवा बाजार-महराजगंज। इन्कलाबी नौजवान सभा के बैनर तले ब्लाक सिसवा के ग्राम सभा सोनबरसा में आज शहीदे आज़म भगतसिंह, उनके साथियों राजगुरु सुखदेव जी का शहादत दिवस मनाया गया, क्रांतिकारियों के तस्बीर पर मालार्पण किया गया और उनके सम्मान में रैली निकाली गई, ,रैली सोनबरसा से निकालकर हरपुर पकड़ी ,घिवहां मटीयरिया,बंदी ,शेषपुर, बलुआ ,फिर सोनबरसा बेलवां घाट चौराहे पर जा कर नुक्कड़ सभा कर के समाप्त किया गया।
रैली का नेतृत्व कर रहे इन्कलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य संजय निषाद ने कहा कि छुआछूत,सामंतवाद साम्राज्यवाद और पूंजीवाद के खात्मे का सपना संजोए, वैज्ञानिक समाजवाद को धरातल पर उतारने की रूपरेखा, आजादी के आंदोलन के ही नहीं मानव मात्र की स्वतंत्रता के सिपाही ,राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व राजनीतिक दृष्टिकोण की गहरी समझ रखने वाले , वर्ग संघर्ष और वैज्ञानिक सोच में अटूट विश्वास, मानवता के सच्चे प्रहरी शहीद ए आजम भगत सिंह और उनके दो साथी राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेज पुलिस अधिकारी जॉन सांडर्स की हत्या में आज ही के दिन 23 मार्च 1931 को भारत के सपूतों को निर्धारित समय से पहले ही फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था, ऐसे वीर सपूतों जिनका नारा था इंकलाब- जिंदाबाद, साम्राज्यवाद- मुर्दाबाद, के शहादत दिवस पर उनको कोटि कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि।
कामरेड जलालुदीन सलमानी ने कहा कि मौजूदा सरकार पूरे देश में साम्प्रदायिकता का माहौल खड़ा कर के नौजवानों को असल मुद्दों से भटका कर उन्हें रोजगार से बंचित कर रही है, उसी दौरान कामरेड बकशीष अली ने कहा कि कोरोना के दौरान देश के प्रधानमंत्री ने कहा था कि लोकल को वोकल करेंगे, जिले में ही रोजगार पैदा किया जाएगा ताकि नौजवानों का अन्य प्रदेशों में पलायन न हो लेकिन उनका वादा झूठा साबित हुआ।
इस दौरान अनिल गुप्ता,राजेश निषाद,भीम साहनी,मोहन गुप्ता, द्वारपाल धमियाँ ,गुड्डु निषाद, परिखन निषाद,पवन चौधरी, शिव निषाद,मूर्ति शर्मा आदि नौजवान मौजूद रहे।