गाजियाबाद। साहित्यिक संस्था काव्यलोक की मासिक गोष्ठी गांधर्व संगीत महाविद्यालय नेहरू नगर गाजियाबाद पर रविवार को संपन्न हुई। गोष्ठी की अध्यक्षता काव्यलोक की अध्यक्ष डॉ रमा सिंह जी ने की। विशिष्ट अतिथि प्रख्यात साहित्यकार डॉ तारा सिंह व शिव कुमार बिलगिरामी जी रहे। विशेष सानिध्य डॉ तारा गुप्ता जी व शैलजा सिंह का रहा। गोष्ठी का बहुत शानदार संचालन संस्था की सचिव सोनम यादव द्वारा व माँ सरस्वती की सुरमधुर वंदना संस्था की सचिव गार्गी कौशिक द्वारा की गई।
गोष्ठी में काव्यलोक के संरक्षक गोविंद गुलशन जी की उपस्थिति विशेष रही उनके द्वारा कही ग़ज़ल के शेरों तेरी अज़ीम ज़ात का कोई नही मुकाबला ,कोई अग़र मिसाल दे कैसे कोई मिसाल दे, काव्यलोक के संस्थापक राजीव सिहंल ने अपने शानदार अंदाज में ग़ज़ल, मुझी पर जुल्म करने के लिए वो -इजाज़त मुझसे पाना चाहता है पढ़ी । देश के सुप्रसिद्ध कवि शिवकुमार बिलगिरामी जी ने बहुत शानदार गीत जब हम तन में नहीं रहेंगें ,तब हम अगणित बार मिलेंगे से सदन की खूब वाहवाही बटोरी गार्गी कौशिक ने बहुत ही शानदार गीत तुम्हारे बिना हम अधूरे अधूरे,जो तुमसे मिले तो हुए ख्वाब पूरे
खूब तालियां बटोरी आज की गोष्ठी मे सर्वश्री गोपाल नारायण सौरभ,डॉ तारा गुप्ता,सोनम यादव, शैलजा सिंह,डॉ सुधीर त्यागी, कल्पना कौशिक, प्रतिभा प्रीत, नेहा वैद, संगीता चौधरी, तुलिका सेठ, अरुण साहिबाबाद ,राजेश श्रीवास्तव, उषा श्रीवास्तव, सुरेन्द्रण शर्मा, संजीव शर्मा उदय प्रताप सिंह, कमलेश संजीदा ,अमित बेनाम, राज चौतन्य, रामबीर आकाश, इंद्र जीत सुकुमार, हेमन्त शर्मा दिल, केसरी कुमार मिश्र व रामपाल सिंह जी ने अपनी-अपनी श्रेष्ठ गीतों व ग़ज़लों को पढ़ा ।
गोष्ठी का आयोजन गोपाल नारायण सौरभ जी द्वारा चाय व जलपान की व्यवस्था के साथ किया गया। विशेष आभार डॉ तारा गुप्ता जी व उनके विद्यालय के सभी लोगो का , उनका सहयोग विद्यालय के प्रांगण की व्यवस्था के साथ हमें सदा मिलता रहा है।