बस्ती। मुंडेरवा चीनीमिल के द्वारा पेराई सत्र 2021-22 का भुगतान नही किये जाने से किसान परेशान हो रहे है।किसानों का कहना है कि सरकार १४दिन में गन्ना मूल्य भुगतान की बात करती है,किंतु यहां तो चीनीमिल बंद हुए लगभग 15 दिन होने को है और भुगतान जनवरी भी नहीं पूरा हुआ।
मुंडेरवा चीनीमिल में सत्र की शुरुआत 5 दिसंबर 2021 को प्रारंभ होकर 21 मार्च को समाप्त हुआ था। सीजन के दौरान चीनीमिल ने किसानों से ३७ लाख 66 हजार 422 कुंतल गन्ने की खरीद किया है,लेकिन चीनीमिल द्वारा अभी 16 जनवरी तक ही भुगतान किसानों के खाते में भेजा गया है।भुगतान नहीं होने से परेशान किसान दुलारे सिंह ने बताया कि 50 हजार गन्ना मूल्य बकाया है।भुगतान में विलंब होने से स्कूल फीस नहीं हो पारहा है।किसान विजय प्रकाश राय निवासी पडड़री का भी लाखों रूपये भुगतान अभी बाकी है।इसी तरह किसान रवींद्र सिह,अमर राय,प्रेमप्रकाश शुक्ल का भी एक से डेढ़ लाख गन्ना मूल्य अभी बाकी है।किसानों का कहना है कि इस समय बच्चों का एडमीशन, मांगलिक कार्य गेहूं की कटाई मड़ाई के अलवा गन्ने की बुवाई मे खाद पानी देने में खर्च बढ़ गया है।ऐसे मे चीनीमिल द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान में देर करने से किसानों की समस्या बढ़ गयी है।किसानों ने अविलंब संम्पूर्ण गन्ना मूल्य भुगतान की मांग किया है।
गन्ना मूल्य भुगतान के बारे में चीनीमिल के प्रधानप्रवंधक ब्रजेंद्र द्विवेदी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि अभी चार दिन का गन्ना मूल्य 6 करोड़ 24 लाख रूपया किसानों के खाते में भेजा गया है।गन्ना मूल्य भुगतान 12 जनवरी से 16 जनवरी तक कर दिया गया है।शेष बचे गन्ना मूल्य का भी भुगतान जल्द ही कर दिया जायेगा।