
नेपालगंज-नेपाल। ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलेह के कुल शरीफ की रस्म अजमेर शरीफ में 29 जनवरी को सुबह 11 बजे अदा की जायेगी। देश-विदेश के लाखों ज़ायरीन अजमेर शरीफ उर्स में शिरकत करने पहुँच चुके है।
नेपाली मुस्लिम स्टूडंट्स ऑर्गनाइजेशन के संस्थापक और संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी ने कहा कि गरीब नवाज़ का दरबार हिन्द के बादशाह का दरबार है। और बादशाहों की बारगाह में बेहद अदब-ओ-एहतराम के साथ पेश हुआ जाता है। हमारे सुन्नी सुफी खानकाही बुजुर्गों का भी यही तरीक़ा रहा है। सुन्नियों के पेशवा इमाम अहमद रज़ा खान फाज़िले बरेलवी भी बेहद सादगी के साथ ख़्वाजा साहब की बारगाह में हाजिरी देते थे। इसलिए मेरी सभी अकीदतमंदों से अपील है कि जब वो लोग दरबार-ए-ख़्वाजा में जाये तो अदब-ओ-एहतराम के साथ बेहद सादगी के साथ फ़क़ीराना अंदाज़ में हाज़िरी दे।

वहीं नेपाली मुस्लिम स्टूडंट्स ऑर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौहीद रजा ने आज अपनी ओर से नेपाल गंज कार्यालय पर मीडिया प्रभारी और संरक्षक मुफ्ती अनवर रजा को को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ चादर सौपकर अजमेर शरीफ रवाना किया। चादर सौपकर मुफ़्ती सलीम नूरी ने मुल्क व मिल्लत की खुशहाली की ख़ुसूसी दुआ की। प्रतिनिधिमंडल में मौलाना शरीफ नूरी,हाफ़िज़ अजमत रज़ा, समी रज़ा,सुलैमान रज़ा,फ़रदीन खान,इमरान अंसारी शामिल रहे।
इस मौके पर मीडिया प्रभारी अनवर रजा ने बताया कि जो लोग अजमेर शरीफ किसी वजह से नही पहुँच पाए उनके लिए कल नेपाली मुस्लिम स्टूडंट्स ऑर्गनाइजेशन कार्यालय नूरी मदिना मस्जिद नेपालगंज पर हज़रत मौलाना नसीरुद्दीन अंसारी की सरपरस्ती में गरीब नवाज के कुल शरीफ की महफ़िल सजाई जाएगी। कुरानख्वानी के बाद 8 बजे उलेमा की तक़रीर व नात-ओ-मनकबत होगी। सुबह 11 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। फातिहा दुआ के बाद शीरीनी का एहतिमाम होगा।