
सिद्धार्थनगर। जिले में राप्ती नदी का जलस्तर घटने के बाद अब बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में जलभराव कम होता दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी तरफ नदी के बाधं के दूसरी तरफ बसे गांव में बाढ़ का पानी बंधे के ऊपर से आ जाने से डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के तेनुहार उर्फ कठोतिया के रास्ते कई गांव में पानी भरने की संभावना उत्पन्न हो गई थी लेकिन गांव के प्रधान मनोज निषाद और ग्रामीणों की सूझबूझ से लगातार किए गए प्रयास के बाद 16 अक्टूबर की रात गांव स्थित नदी से सटे 400 मीटर लंबे और 250 मीटर चौड़े बांध की बालू सीमेंट और पत्थर की गिट्टी बोरियों को लगाकर पानी की तेज धारा को रोक दिया, ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के इस सराहनीय कार्य की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
डुमरियागंज क्षेत्र के ग्राम तेनुहार उर्फ कठोतिया गांव मे 4 दिन पहले बाढ़ के चलते गांव में भारी जलभराव उत्पन्न हो गया था बांध के ऊपर पानी का तेज बहाव हो रहा है जिससे गांव की धान की फसल सहित पूरा सिवान जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गया था, बांध की मरम्मत के लिए ग्राम प्रधान मनोज निषाद सहित गांव के लोग बालू सीमेंट की बोरी के साथ-साथ पत्थर की गिट्टी लगाकर पानी के बहाव को रोकने का जतन किया हैं।
ग्राम प्रधान ने बताया कि पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने जर्जर बांध की मरम्मत के लिए सिंचाई विभाग अधिकारी और एसडीएम को निर्देश दिया था जिस पर अधिकारियों ने दौरा भी किया तथा पूर्व विधायक के प्रयास से गांव में बांध मरम्मत के लिए बोरा और कैरेट तथा बालू गिट्टी भी प्रशासन द्वारा दी गई है, जिसके लिए वे पूर्व विधायक के आभारी हैं, ग्राम प्रधान ने सिंचाई विभाग से जर्जर बांध की जल्द मरम्मत कराने की मांग की है जिससे बाढ़ की समस्या से मुक्ति मिल सके।