मेरठ। मेरठ में कोतवाली थाना क्षेत्र के गुदड़ी बाजार में उस समय हादसा हो गया, जब बच्चे चॉकलेट लेने जा रहे थे। बताया गया कि जर्जर मकान का छज्जा गिरने से मलबे में दबकर किशोरी की मौत हो गई। वहीं उसके साथ जा रहे चचेरे भाई-बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने घायल बच्चों को मलबे से निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस के मुताबिक, गुदड़ी बाजार निवासी अब्दुल अजीम की बेटी नाजिया (12) बृहस्पतिवार को चचेरी बहन पांच वर्षीय आयत और चचेरे भाई पांच वर्षीय हमजा के साथ दुकान से सामान लेने जा रही थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, तीनों बच्चे हंसते-खेलते सड़क से गुजर रहे थे। इसी दौरान हाजी अनवार के जर्जर मकान का छज्जा तीनों बच्चों पर आ गिरा।
बच्चों की चीख-पुकार सुनकर लोग दौड़ पड़े। लोगों ने तत्परता दिखाते हुए मलबा हटाकर तीनों बच्चों को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने नाजिया को मृत घोषित कर दिया। घायल आयत और हमजा की हालत गंभीर होने पर उन्हें आनंद अस्पताल भेजा गया।
हादसे की जानकारी पर सीओ कोतवाली अमित कुमार राय फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बच्ची के परिजनों ने पुलिस कार्रवाई से इंकार कर दिया। लिखापढ़ी कर बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया गया। नगर निगम से रिपोर्ट लेकर मकान के मालिक हाजी अनवार पर कार्रवाई की जाएगी।
चॉकलेट लेने जा रहे थे बच्चे
गुदड़ी बाजार में घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि हाजी अनवार का मकान करीब सौ साल पुराना है। इसमें हाजी अनवार और उनके भाई समेत परिवार के आठ सदस्य रहते हैं। ऐसे में उनकी जान भी खतरे में है। भाइयों के बीच मकान का बंटवारा भी हो चुका है। लोगों ने बताया कि हादसे का शिकार हुए बच्चे दुकान से चॉकलेट लेने जा रहे थे। तभी ऊपर से अनवार की तरफ का जर्जर छज्जा आ गिरा।
जर्जर मकानों पर कार्रवाई नहीं कर रहा नगर निगम
लोगों का कहना है कि गुदड़ी बाजार में करीब सौ से अधिक जर्जर मकान हैं। इनकी वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद नगर निगम के अधिकारियों ने इस ओर संज्ञान नहीं लिया। लोगों को मकान की मरम्मत कराने के लिए चेतावनी पत्र नहीं दिया। वहीं थाना प्रभारी नीरज मलिक ने बताया कि मकान के जर्जर होने की रिपोर्ट नगर मजिस्ट्रेट को दी गई है।