यह योजना पाइलेट प्रोजेक्ट के तौर पर सभी 18 मण्डल मुख्यालयों पर शुरू की गई थी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हर जिले के जरूरतमंद व गरीब युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग की निरूशुल्क सुविधा हासिल कर सकेंगे। समाज कल्याण विभाग की ओर से इसी महीने के अंत से हर जिले में ऐसे कोचिंग केन्द्र शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसे सौ दिन के एजेंडे के तहत तय कर पूरा किया जाएगा। इसमें आरक्षण की कोई श्रेणी नहीं होगी इसकी सुविधा सभी वर्गों के युवाओं को मिलेगी।
पिछले साल फरवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर यह योजना पाइलेट प्रोजेक्ट के तौर पर सभी 18 मण्डल मुख्यालयों पर शुरू की गई थी। इन कोचिंग केन्द्रों में आईएएस, पीसीएस, नीट, मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निरूशुल्क कक्षाएं आयोजित होंगी। ज्यादातर जिलों के राजकीय इण्टर कालेजों में शाम के समय आयोजित होने वाली इन कोचिंग में एनडीए, सीडीएस और अन्य सैन्य सेवाएं, अर्द्धसैनिक व केन्द्रीय पुलिस बल की भर्ती संबंधी परीक्षाओं की तैयारी विषय विशेषज्ञों से करवाई जाएगी, इस के साथ ही बैंकिंग पीओ, एसएससी, बीएड, टीईटी आदि अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए इन कोचिंग केन्द्रों में पढ़ाई होगी। इन विषय विशेषज्ञों को मानदेय का भुगतान भी होगा।
समाज कल्याण विभाग के अफसरों के अनुसार मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को अब मण्डल मुख्यालयों के साथ ही राज्य के सभी 75 जिलो में इसी अप्रैल के महीने से शुरू करवाने के निर्देश हैं। इन कोचिंग में पढ़ने वाले युवाओं को प्रदेश सरकार की ओर मुफ्त टैबलेट भी दिए जाएंगे। मगर यह टेबलेट ऐसी कोचिंग के सभी प्रशिक्षुओं को नहीं बल्कि मैरिट के आधार पर चुने गये युवाओं को ही मिलेंगे।
अभ्युदय कोचिंग के लिए कैसे करें आवेदन
● abhuday.up.gov.inपर आनलाईन पंजीकरण करवाना होगा।
● पंजीकरण उ.प्र.माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के बाद होगा।
● हर साल उ.प्र.प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी द्वारा निर्धारित तिथि के अनुसार सम्बंधित कोर्स में शामिल होने से पहले सभी अभ्यर्थियों की पात्रता परीक्षा होगी।
● अभ्यर्थियों को चुनकर मण्डल स्तर पर ऑफ लाइन कक्षाओं के लिए मण्डलायुक्त की अध्यक्षता गठित समिति सारा प्रबंधन करेगी।