मऊ। हलधरपुर थाना क्षेत्र के गहनी ग्राम पंचायत में सोमवार को दिनदहाड़े बाप-बेटे ने मिलकर चाचा को फावड़े से काट दिया। दिन-दहाड़े हुई इस घटना से लोग सकते में हैं। हत्या के पीछे घर के बंटवारे एवं जमीन का विवाद बताया जा रहा है। मृतक देवेंद्र (48) अपनी पत्नी सीनू सिंह पुत्री सोनाली (17) भूमि (12) एवं एकमात्र पुत्र सन्नी (8) के साथ मुंबई में रहते थे। जहां वे किसी प्राइवेट कंपनी में कार्य करके अपना गुजर-बसर करते थे। इधर बड़े भाई विनोद पुत्र बब्बन सिंह के साथ घर पर रहते हैं। इन दोनों के भाइयों के बीच सोमवार को घर एवं भूमि संबंधी विवाद को सुलझाने के निमित्त पंचायत हुई। जिसमें गांव के कुछ सम्मानित लोगों ने मामले सुलझा दिया।
दोनों पक्ष मान भी गए, किंतु कुछ अनबन होने पर लोगों ने यह कहा कि अपने-अपने परिवारों में इस पंचायत के निर्णय को लेकर एक सहमति बना लें। इसके बाद निर्णय को अमलीजामा दिया जा सके। देवेंद्र सिंह अपनी पत्नी तथा बच्चियों के साथ चर्चा कर रहे थे तभी विनोद सिंह का पुत्र शुभम जो सेना में रहता है, दरवाजे पर लगे हैंडपंप उखाडऩे लगा, इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया, और देखते ही देखते -देखते वह जानलेवा हो गया। झड़प में विनोद एवं शुभम ने देवेंद्र के ऊपर फावड़े से प्रहार कर दिया, जिससे देवेंद्र को सिर में गंभीर चोटें आई ,और काफी रक्तस्राव हुआ। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घायल अवस्था में देवेंद्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दौरान पुलिस ने विनोद सिंह को गिरफ्तार कर लिया तथा शुभम फरार हो गया।
पुलिस की सक्रियता पर उठ रहे सवाल
भूमि बँटवारे संबंधी विवाद में हलधरपुर थाने के जमालपुर बुलंद चौहान बस्ती में पिछले सोमवार को रात्रि के लगभग साढ़े नौ बजे विमलेश चौहान नामक युवक हत्या को लोग अभी भूल भी नहीं पाए थे कि आज सोमवार को आठवें दिन थाने से कुछ ही दूरी पर स्थित गहनी गाँव में आज दूसरी हत्या हो गई। लगातार हुई इन दो घटनाओं से लोग पुलिस एवं राजस्व विभाग के खिलाफ काफी आक्रोशित है। पिछली घटना में तो पुलिस पर आरोप भी लगा था। कुल मिलाकर क्षेत्रीय लोग काफी सहमे हुए हैं। लोगों ने यह भी कहा कि पुलिस विभाग यदि अपनी भूमिका का सही तरीके से निर्वहन करती तो शायद क्षेत्र में लगातार हो रही इस तरह की हत्याओं से बचा जा सकता था। समाचार दिए जाने तक हत्या के विरुद्ध तहरीर नहीं पड़ी थी। मृतक पक्ष अपने किसी रिश्तेदार की प्रतीक्षा कर रहे थे।