
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने दिल्ली से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने परिवहन निगम के अधिकारियों से कहा कि लक्ष्य तय करके प्राइवेट बसों को परिवहन निगम के साथ अनुबंधित करें। कहा कि मुख्यमंत्री ने लगभग 15 हजार बसों को अनुबंधित करने का लक्ष्य परिवहन निगम को दिया है।
दयाशंकर सिंह ने कहा कि अधिकारी इस बात का परीक्षण कर लें कि किन रूटों पर कितनी बसों को अनुबंध करने की जरूरत है।उसी के अनुरूप अनुबंधित किये जाने के लिए टेण्डर करें। उन्होंने कहा कि अनुबंध की शर्तें स्पष्ट वाहन स्वामियों के हित को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाना चाहिए। जिससे कि किसी भी वाहन मालिक को असंतोष न हो। इस कार्य को समय के भीतर पूर्ण करना है। परिवहन निगम अनुबंध की उचित शर्तें तय करें जिससे कि अधिक से अधिक लोग निगम से अनुबंध कर सकें। कहा कि अतिरिक्त आय के लिए विज्ञापन, कोरियर सेवायें एवं लगेज आदि के माध्यम से परिवहन निगम अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं,इसके लिए टेण्डर किया जाए।
उन्होंने कहा कि अभी भी परिवहन निगम से अनुबंधित ढ़ाबों से शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिये हैं कि अनुबंधित ढ़ाबों का औचक निरीक्षण किया जाए और इस बात की जानकारी ली जाए कि वे ढ़ाबे शर्तों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं अथवा नहीं तथा गड़बड़ी पाये जाने पर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई तय करें।

उन्होंने कहा कि प्रवर्तन टीम अभियान के तहत टैक्टर-ट्राली की सख्त चेकिंग करें। किसी भी परिस्थिति में टैक्टर ट्राली का उपयोग सवारी ढ़ोने अथवा खनन कार्य के लिए नहीं होना चाहिए। ऐसा पाये जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने साथ ही प्रवर्तन टीम को निर्देश दिये कि अवैध संचालन एवं ओवर लोडिंग के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाकर चेकिंग करते रहें। जिससे कि अवैध संचालन एवं ओवरलोडिंग पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पाया गया है कि कुछ जनपदों में ओवरलोडिंग और अवैध संचालन पर पूर्णतः रोक नहीं लगाया जा सका है।