गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित चार्म्स कैसल हाउसिंग सोसाइटी में बीती रात हंगामा हुआ। एक अज्ञात शख्स ने सोसाइटी के पार्क में खेल रही डॉक्टर की मासूम बेटी को उठा लिया। अपहरण के शक में भीड़ ने उसको पकड़ लिया। बच्ची को छुड़ाकर आरोपी की पिटाई की। पुलिस ने बमुश्किल आरोपी को लोगों से छुड़ाया और अपनी कस्टडी में लिया। गुस्साए लोगों ने एक बार फिर से आरोपी को कस्टडी से छुड़ा लिया और पिटाई कर दी। 4 थानों की फोर्स को बुलाना पड़ा। इसके बाद हालात संभाल सके। फिलहाल हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ चल रही है।
सोसाइटी में रहने वाले डॉक्टर भावेश चौधरी की डेढ़ वर्षीय बेटी अद्विका सोमवार रात करीब 9 बजे अन्य बच्चों के साथ पार्क में खेल रही थी। इस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे कुछ खाने का लालच देकर गोद में उठा लिया और चलने लगा। सोसाइटी में घूम रहे अन्य लोगों ने उसे ऐसा करते देख लिया और बच्चा चोरी का शोर मचा दिया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने संदिग्ध आरोपी को दबोचकर मासूम बच्ची को कब्जे में ले लिया।
इतने में सोसाइटी के वॉट्सएप ग्रुप पर मैसेज वायरल हो गया कि बच्चा चोर गैंग घुस आया है, सभी अपने-अपने बच्चों को देख लें। बस फिर क्या था, सोसाइटी में रहने वाले कई सौ रेजिडेंट्स अपने-अपने फ्लैट से बाहर सोसाइटी के कॉमन एरिया में इक-ा हो गए। उन्होंने आरोपी को दबोच लिया और मारपीट शुरू कर दी। सबसे पहले नंदग्राम थाना क्षेत्र स्थित मोरटा चौकी के प्रभारी पहुंचे। उन्होंने भीड़ के कब्जे से संदिग्ध आरोपी को छुड़ाया। पूछताछ में संदिग्ध ने बताया कि वो बच्चा चोरी नहीं कर रहा था, बल्कि उसको गोद में खिला रहा था। इस व्यक्ति ने ये भी बताया कि सोसाइटी में ही रहने वाले तीन लोग उसके साथ थे। वो किसी गलत इरादे से सोसाइटी में नहीं आया था।
इसी दौरान भीड़ ने संदिग्ध आरोपी को पुलिस के कब्जे से छुड़ा लिया और पिटाई शुरू कर दी। हंगामा बढऩे की सूचना पर नंदग्राम, कोतवाली, सिहानी गेट और कोतवाली थाने के एसएचओ पुलिस फोर्स लेकर पहुंच गए। इधर, डिजिटल वॉलंटियर फोर्स (डीवीएफ) के रामकुमार पंवार, अंकित गुप्ता, सौरभ चौधरी, राजीव झा और विजय नारायण भी आ गए। इन्होंने जैसे-तैसे भीड़ को समझाया और फिर पुलिस, आरोपी को लेकर नंदग्राम थाने पर गई। पुलिस ने बताया कि अभी संदिग्ध आरोपी से पूछताछ चल रही है। वह बार-बार बयान बदल रहा है। ऐसा भी लग रहा है, जैसे वो नशे की हालत में हो।