कानपुर। कानपुर देहात में 12 दिसंबर की रात पुलिस बर्बरता के शिकार हुए सरैंया लालपुर के युवा व्यापारी बलवंत सिंह की मौत के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। घटना में शामिल तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम को गुरुवार देर रात गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। जबकि घटना में शामिल तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह को मुकदमे की जानकारी हुई तो वह सरकारी पिस्टल सहित फरार हो गया।तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष की मुश्किल और बढ़ती नजर आ रही और गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम आसपास के जिले में छापेमारी कर रही है।
व्यापारी के मामले में मुकदमा दर्ज होने की जानकारी तत्कालीन रनिया थाना अध्यक्ष शिव प्रकाश को हुई तो उन्होंने साथ में मौजूद सहयोगी दरोगा को सीयूजी नंबर दिया और 5 मिनट में आने की बात कहते हुए सरकारी पिस्टल लेकर फरार हो गए। जब 24 घंटे बीत गए और वह वापस नहीं आए तो थाने में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में पूरे मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आसपास के जिलों में छापेमारी तेज कर दी गई और एक टीम तत्कालीन आरोपी थाना अध्यक्ष शिव प्रकाश के गृह जिला रायबरेली भेजी गई है। पुलिस विभाग अब सरकारी पिस्टल लेकर फरार होने का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रहा है।
शासन के निर्देश पर नई एसआइटी का गठन,जांच शुरु
पुलिस हिरासत में पिटाई से जान गंवाने वाले बलवंत सिंह प्रकरण की जांच अब एसपी कन्नौज के नेतृत्व वाली एसआइटी करेगी। शासन के निर्देश पर नई एसआइटी का गठन कर दिया गया है, जिसमें सीओ तिर्वा को मुख्य विवेचक बनाया गया है। एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि शासन ने बलवंत सिंह प्रकरण की जांच के लिए शासन के निर्देश पर एसपी कन्नौज कुंवर अनुपम सिंह के नेतृत्व में नई एसआइटी का गठन किया है। नई टीम ने जांच शुरू कर दी है।