कानपुर। एक बुजुर्ग व्यवसायी को फिरौती के लिए अगवा करने और रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एक पुलिस कांस्टेबल समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कांस्टेबल की पहचान फील खाना थाने में तैनात 37 वर्षीय मुकेश कुमार के रूप में हुई है। कांस्टेबल के सहयोगी किदवई नगर इलाके के एक चाय विक्रेता 40 वर्षीय शालू नंदा को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) प्रमोद कुमार ने कहा कि, शालू को करीब दो साल पहले विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के तौर पर नामित किया गया था। घटना में शामिल दो अन्य कोतवाली थाने में तैनात हेड कांस्टेबल अमित कुमार व उसका सहयोगी मोनू उर्फ बॉक्सर फरार है।
पुलिस अधिकारी के अनुसार यह तब हुआ जब पीड़ित रघुवीर चंद्र कपूर गोविंद नगर में अपनी किराने की दुकान पर थे।
डीसीपी ने कहा कि, खाकी रंग के दो व्यक्ति सिलवर कलर की कार में पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि वे स्पेशल टास्क फोर्स से थे और कपूर को जबरन कार में बिठाकर ले गए। इसके तुरंत बाद कपूर के भतीजे पंकज कपूर को मोनू से फिरौती का फोन आया, जिसे वह जानता था। उसने चाचा को छुड़ाने के लिए पंकज से 35 हजार रुपये मांगे। पंकज ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और उन्हें फिरौती की कॉल के बारे में बताया।
डीसीपी ने कहा, हमने कॉल का पता लगाया और कार में मौजूद दो कांस्टेबलों की पहचान स्थापित की। उनमें से एक मुकेश पर दो साल पहले इसी तरह के मामले में मामला दर्ज किया गया था। उसे पकड़ लिया गया था, लेकिन अमित कुमार फरार है। मुकेश के शामिल होने की बात कहने पर शालू को गिरफ्तार किया गया। डीसीपी ने कहा कि दोनों कांस्टेबलों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।