सैफई। समाजवादी राजनीति के सबसे बड़े स्तंभ और तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव आज मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए, सैफई में यादव परिवार की कोठी से करीब 500 मीटर दूर मेला ग्राउंड पर उनके पुत्र और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इससे पूर्व धरतीपुत्र के अंतिम दर्शन करने के लिए एक तरफ लाखों लोगों का हुजूम था तो दूसरी तरफ देशभर से वीआईपी भी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई पहुंचे, राष्ट्रीय सम्मान के साथ तिरंगे में लाए गए उनके पार्थिव शरीर को मंत्रोच्चार के बीच वैदिक रीति से स्नान कराया गया। चंदन की चिता पर सोय लोहिया के शिष्य मुलायम के अंतिम दर्शन के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा लोग सैफई पहुंचे।
पुलिस ने भारी सुरक्षा घेरा तैयार किया था मगर भीड़ इतनी बढ़ गई कि लोगों को संभाल पाना मुश्किल हो गया। मंच के सामने जो डी तैयार किया था, उसमें भी लोग घुस आए। उधर, सैफई आने वाले सारे मार्ग पूरी तरह चोक हो गए थे। सुबह 10 बजे तक 1 किलोमीटर दूर से ही कारों को रोका जा रहा था मगर बाद में यह दायरा 3 किलोमीटर तक पहुंच गया।
अंत्येष्टि से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, उप्र सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद, असीम अरुण, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर राव, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायड,ू, राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार और अभिनेता अभिषेक बच्चन, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, संजय निषाद और संजय सिंह, सांसद रीता बहुगुणा, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, मेनका गांधी और उनके पुत्र वरुण गांधी, भाजपा नेता किरीट सोमैया ने भी सैफई पहुंचकर नेताजी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।