छिंदवाड़ा। पुलिस ने नौ साल साल पहले जिले के सिंगोड़ी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम जोपनाला की जिस युवती की हत्या का मामला दर्ज कर उसका कंकाल बरामद करना बताया था, वह जिंदा लौट आई है। अब इससे महकमे में हड़कंप मच गया है। क्यांकि हत्या के मामले में युवती के पिता और भाई को जेल भी भिजवा दिया गया था। कार्यशैल्ी पर उठ रहे सवालों के बीच पुलिस का कहना है कि डीएनए टेस्ट कराने के साथ ही मामले को फिर से जांच की जा रही है।
13 जून 2014 को दर्ज प्रकरण के अनुसार जोपनाला के सोनू उइके ने पिता कुंदन के साथ लाठी से पीटकर बहन कंचन की हत्या कर दी थी और शव को घर के पासखेत में दफना दिया था। पुलिस ने कंकाल की 210 हड्डियों की बरामदगी भी दिखाई थी। युवती के भाई सोनू और पिता कुंदन से अपराध कुबूल भी करवा लिया। फिर आरोपित पिता व भाई को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने पुलिस द्वारा पेश किए गए सुबूतों के आधार पर दोनों को जेल भेज दिया था। लेकिन मंगलवार रात को युवती घर वापस आ गई। उसे देखकर रह गए।
उसने बताया कि वह मर्जी से घर से गई थी। इतने समय तक वह उज्जैन के पास रही और उसने शादी भी कर ली है। युवती का कहना है कि उसके पिता और भाई निर्दाेष हैं। उन्हें पुलिस ने जबरन फंसाया है। बता दें कि युवती का भाई दो साल से जेल में है, जबकि पिता को एक साल जेल में रहने के बाद उम्र के आधार पर जमानत मिली हुई है। अब कुंदन का कहना है कि पुलिस ने बेवजह परेशान किया और जबरदस्ती बेटी की हत्या का जुर्म कुबूलने के लिए मजबूर किया।