कानपुर । कानपुर देहात में लूट के शक में उठाए गए युवा व्यापारी की मौत पुलिस की पिटाई से हुई थी। रनियां थाने में पुलिस ने बर्बरता की पराकाष्ठा पार कर दी। व्यापारी के शरीर पर 25 से ज्यादा गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। दोनों हाथ की कलाइयों पर रस्सी बांधने के निशान,पुलिस ने पैर के तलवों से लेकर घुटनों तक, कमर के नीचे और पीठ पर इतनी लाठियां मारी की खाल उधड़ गई। वहीं मंगलवार देर रात बवाल की आशंका के चलते पोस्टमार्टम हाउस कानपुर में कानपुर देहात के डेरापुर,रनियां,अकबरपुर,शिवली,मंगलपुर और मूसानगर के साथ ही स्वरूप नगर,नजीराबाद और फजलगंज थाने का फोर्स मौजूद रहा।
परिजन और ग्रामीण धरने पर बैठे,गिरफ्तारी की मांग
व्यापारी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। शव की हालत देखकर पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों की भी रूह कांप उठी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने परिजनों के पुलिस कस्टडी में मौत के आरोपों की पुष्टि कर दी है। इस मामले में 9 पुलिस वाले निलंबित हो चुके हैं।
कानपुर देहात में व्यापारी चंद्रभान सिंह से हुई लूट व थाने में उनके भतीजे बलवंत सिंह की मौत के मामले में बवाल बढ़ता जा रहा है। मंगलवार देर रात मृतक के पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को उठाने से मना कर दिया है। वहीं,बुधवार सुबह से परिजन और ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। परिजनों ने मृतक के अंतिम संस्कार से मना कर दिया है। साथ ही, आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं,आक्रोशित ग्रामीणों ने सीएम को बुलाने की मांग रखी है। इस सांसद भोले सिंह सरैयां गांव पहुंचे हैं। उन्होंने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत की।
एसआईटी का गठन
साथ ही, गांव पहुंची डीएम नेहा जैन और एसपी सुनीति का ग्रामीणों ने घेराव करते हुए हंगामा किया। बता दें कि पूरे मामले की जांच पुलिस व प्रशासनिक स्तर से शुरू हो गई है। एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। वहीं, डीएम ने मैथा एसडीएम को मजिस्ट्रेटी जांच सौंपी है।
एसपी सुनीति ने बताया पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। इसमें दो डिप्टी एसपी व दो इंस्पेक्टरों को शामिल किया गया है। टीम ने बुधवार से जांच शुरू कर दी है। इधर, डीएम नेहा जैन ने बताया कि पुलिस हिरासत में हुई बलवंत की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए है।
गांव में गमगीन रहा माहौल
पुलिस कस्टडी में बलवंत सिंह की मौत के बाद गांव का माहौल पूरे दिन गमगीन बना रहा। परिवार में महिलाएं रोती बिलखती रहीं। कोई ग्रामीण कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं था। परिवार के पुरुष पोस्टमार्टम हाउस चले गए थे। घर पर गांव की महिलाएं ढांढस बंधाने पहुंचीं।
चाचा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
बलवंत के चाचा अंगद सिंह की तहरीर पर शिवली थाना प्रभारी राजेश सिंह, रनियां थाना प्रभारी शिव प्रकाश सिंह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम,एसओजी के कांस्टेबल महेश गुप्ता व अन्य अज्ञात,मैथा चौकी प्रभारी ज्ञानप्रकाश पांडेय व जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर अज्ञात के खिलाफ हत्या,बलवा,धमकाने व गाली-गलौज की धारा में मुकदमा रनियां थाने में दर्ज किया गया है।