नोएडा। ग्रेनो में फर्जी पुलिस बनकर लोगों को ठगने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयुक्त पुलिस का स्टिकर लगी गाड़ी और चाकू बरामद किया है।
सूरजपुर कोतवाली प्रभारी अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान दीपांशु उर्फ बंटी निवासी इटावा हाल पता तिलपता, विमलेश कुमार निवासी औरैया और श्यामवीर ऊर्फ पिंटू ऊर्फ अभिषेक निवासी इटावा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से एक गाड़ी बरामद की है, जिसपर पुलिस का स्टिकर लगा रखा था।
कोतवाली दर भारी ने बताया कि ना आरोपियों ने एक मई कस्बे में रहने वाले एक व्यक्ति राजेश के साथ ठगी की घटना की थी। पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन राजेश अपनी बाइक से जा रहा था। ऐसी बीच पकड़े गए आरोपियों ने उसे रोका और पुलिस वाले बताते हुए कहां के तुम्हारे पास चोरी की बाइक है। इसके बाद आरोपी उसे कुछ दूर खड़ी अपनी पुलिस का स्टिकर लगी गाड़ी में ले गए।
आरोपी ने राजेश को गाड़ी में बैठाया पुलिस चौकी ले जाने का डर दिखाया। इसके बाद उसे डरा धमका कर उसका मोबाइल छीन लिया और फोन पे से 58 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। जिसके बाद उसे गाड़ी से नीचे उतार फरार हो गए। पीड़ित ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ सूरजपुर कोतवाली में मुकदमा ताज करवाया था। पुलिस ने मामले की छानबीन कर आरोपियों को धर दबोचा।
सुरक्षा गार्ड बनता था अधिकारी, ड्राइवर बनते थे सिपाही
पूछताछ में पता चला है कि पकड़ा गया एक आरोपी श्यामवीर पूर्व में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था। चुनाव में पुलिस की कमी के चलते कुछ सुरक्षा गार्ड को थाने में ड्यूटी पर लगाया गया था। इसी बीच सुरक्षा गार्ड ने पुलिस का रोब देख लिया था। इसके चलते उसने दो साथी दीपांशु और विमलेश के साथ मिलकर ठगी का धंधा शुरू किया। आरोपी दीपांशु और विमलेश पूर्व में ड्राइवर की नौकरी करते थे। पुलिस का रौब सीख चुका श्यामवीर गाड़ी में अधिकारी बनकर बैठता था, जबकि दीपांशु और विमलेश सिपाही बनकर सड़क पर खड़े हो जाते थे।