शहर में बैंक लॉकरों से जेवर गायब होने का सिलसिला जारी
कानपुर। शहर में बैंक लॉकरों से जेवर गायब होने का सिलसिला जारी है। पहले सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नौ लॉकरों से करोड़ों के गहने चोरी और मालरोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर से 50 लाख के आभूषण गायब होने के बाद ग्राहक सकते में आ गए हैं। यही वजह है कि शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग सुबह से अपने लाकर चेक करने बैंक पहुंच गए। आलम यह रहा कि दोपहर 12 बजे तक लगभग 14 लोगों ने लॉकर चेक किए और माल मिलने पर राहत महसूस की। सुरक्षा के लिहाज से बैंक में पुलिस तैनात कर दी गई है।
बैंक में अफरा-तफरी का माहौल है। एक लॉकर धारक ने बताया कि उनके 3 पीढिय़ों के जेवरात लॉकर से गायब हो गए हैं। करीब 45 लोगों को अपना लॉकर चेक करने के लिए बैंक ने टोकन दिया। इसके साथ ही 6 से ज्यादा लोगों ने लॉकर बंद करने के लिए बैंक प्रबंधन को प्रार्थना पत्र दिया है। शाखा प्रबंधक जिगनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि इस संबंध में वह कुछ भी कहने के लिए अधिकृत नहीं हैं। मामले की जांच की जा रही है।
छप्पर मोहाल के रहने वाले गोपी कृष्ण गोस्वामी की पत्नी देवी गोस्वामी और बच्चों के साथ बिहारी लाल स्टेट अनुष्का रानी विला मॉल रोड में रहते हैं। देवी गोस्वामी ने बताया कि लगातार लॉकर से जेवरात गायब होने की खबर सामने आने के बाद वह अपना लॉकर चेक करने बैंक ऑफ इंडिया गई थीं। लॉकर रूम में उनके अलावा बैंक का एक कर्मचारी भी गया था। लॉकर बिना चाबी लगाए ही खुल गया। वह पहले से खुला था। अंदर से जेवर गायब थे।
मामले की जानकारी मिलते ही फीलखाना थाने की पुलिस,ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी,डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार मामले की जांच करने पहुंचे थे। जांच के बाद देवी गोस्वामी की तहरीर पर बैंक प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं,मामले में बैंक मैनेजर ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि लॉकर पहले से ही खुला था। दो साल पहले ऑपरेट करने के दौरान वह बंद करना भूल गई होंगी।