गोरखपुर। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के गृह नगर गोरखपुर में भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के विरुद्ध तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के सत्याग्रहियों द्वारा 13 जुलाई 2021 से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के 520 वें दिन संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि लोक कल्याणकारी शासकीय नीति व्यवस्था के पोषकों के चंगुल में कैद है और यही कारण है कि अहिंसा के पुरोधा महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प पर चलते हुए सत्याग्रही 519 दिनों से उपेक्षा के शिकार हैं।
धरने का नेतृत्व कर रहे जिला महामंत्री राम चंद्र दुबे ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार की पोषक बन चुकी है जिसके परिणाम स्वरूप नौकरशाही का साम्राज्य पूरे प्रदेश में काबिज़ है। ऐसे स्थिति में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्याग्रह संकल्प में जनसामान्य की निष्ठा आहत हो रही है।
उक्त के क्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य वीरेंद्र वर्मा ने कहा कि आम जनता के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं व उसकी मूल परिकल्पना को व्यवहारिक जीवन में प्राप्त करना दिवास्वप्न बन चुका है क्योंकि व्यवस्था में बैठे लोक प्रतिनिधी और लोक सेवक क्रूर शासक प्रशासक का रूप धारण कर चुके हैं, ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि आने वाले दिनों में शासकों एवं प्रशासकों के विरुद्ध जन सामान्य को सड़कों पर उतर कर क्रांति की आवाज करनी होगी अन्यथा भ्रष्टाचार जैसे भयावह कैंसर की बीमारी से समूचा राष्ट्र ग्रसित हो जाएगा और निर्भीक और स्वस्थ जीवन जीना मुश्किल हो जाएगा जिसे संगठन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
सत्याग्रह संकल्प पर बैठे प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पांडे उर्फ राजू, प्रदेश संयोजक डी एन सिंह,राम,आर के श्रीवास्तव, चंद्र दुबे, वीरेंद्र वर्मा,राजेश्वर पांडे, नदीम अहमद, गिरजा शंकर नाथ चौधरी प्रतिनिधि मंडल सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद रहे।