संतकबीरनगर। खलीलाबाद प्राथमिक विद्यालय में राज्य पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक इंदु यादव ने कहा कि मीना कार्यक्रम बेटियों के विकास में सहायक है। मीना मंच विद्यालयों में बालिकाओं के लिए एक ऐसा मंच है जो उन्हें अपनी बात को खुलकर कहने के लिए अवसर देता है यह बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने, नियमित विद्यालय आने और लिंग आधारित भेदभाव के प्रति सजग रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। बच्चों के भीतर प्रतिभाएं हैं। उचित मार्ग दर्शन से प्रतिभाओं को उभारा जाना चाहिए।
बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मीना आप जैसी ही एक हंसमुख छोटी प्यारी सी बच्ची है और मिट्ठू तोता उसका सबसे अच्छा दोस्त है। उसके मन में बहुत सवाल आते हैं जैसे कुछ बच्चों को मजदूरी क्यों करनी पड़ती है?,सभी लड़कियां स्कूल क्यों नही जाती हैं?कुछ माता पिता बेटों को बेटियों से अधिक क्यों चाहते हैं आदि आदि। वो इन सवालों के उत्तर खोजती रहती है।वह अपने परिवार और दोस्तों की परेशानियों को सुलझाने की कोशिश करती है। मीना चाहती है कि सभी लड़के और लड़कियों को संग संग स्कूल जाना चाहिए ताकि उनकी शिक्षा बाधित न हो। मीना कार्यक्रम को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि सभी को अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करनी होंगी। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करके बच्चों की कृतियों की सराहना करते हुए उत्साह वर्धन भी किया। हम सभी को मनोयोग से लगना होगा। बच्चों के विकास में अभिभावकों को भी सार्थक पहल करने की जरूरत है।
सिमरन को मीना बनाया गया। बच्चों ने कार्यक्रम से शिक्षा के प्रति जागरूकता का भाव प्रस्तुत किया। मीना का जन्म दिन मनाकर, रोचक प्रेरक कहानियां सुनी। कहानियां सुनकर परिषदीय विद्यालय के बच्चे झूम उठे। बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
हिना, नीतू,दुर्गेश,माधवी और अंजू ने बच्चों को उत्साह बढ़ाया।