मेरठ। लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र के दो युवकों ने यूट्यूब सहित अन्य सोशल साइटों पर वीडियो देखकर ही हथियार बनाना सीख लिया। इसके बाद उन्होंने लिसाड़ीगेट में घर पर ही तमंचे की फैक्टरी खड़ी कर दी। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से काफी संख्या में हथियार और अन्य उपकरण बरामद किए। इस मामले में आईजी प्रवीण कुमार का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई कराई जाएगी। इसके साथ ही तमंचा खरीदने वालों की जांच कराई जाएगी।
पुलिस लाइन में वार्ता के दौरान आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने यह खुलासा किया। उन्होंने बताया कि टीपीनगर पुलिस शनिवार को वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान नौशाद निवासी रशीद नगर और करीमुद्दीन निवासी समर गार्डन थाना लिसाड़ीगेट को तमंचे के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने तमंचा फैक्टरी के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने समर गार्डन स्थित करीमुद्दीन के घर छापा मारा। पुलिस ने कई बने-अधबने तमंचों के अलावा कई औजार बरामद किए।
हथियार बनाने और तस्करी में शामिल लोगों की बनेगी सूची
आईजी ने बताया कि पिछले 10 साल से अवैध रूप से हथियार बनाने और इनकी तस्करी में शामिल आरोपियों की सूची बनाई जाएगी। इसमें जेल जाने वाले और जमानत पर छूटकर आए लोगों का अलग से रिकार्ड रखा जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि अब ऐसे अपराधी क्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी तैयारियों के बीच अवैध हथियारों से जुड़े अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निकाय चुनाव में हथियार खपाने की थी तैयारी
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सोशल साइट पर वीडियो देखकर हथियार बनाना सीखा है। इसके बाद अपने घर में ही हथियार बनाने की फैक्टरी शुरू की थी। उनकी मंशा थी कि निकाय चुनाव के दौरान अधिक से अधिक हथियार सप्लाई किए जाएं।