रमजान के दूसरे जुमे पर आज मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ उमड़ी, पूरी अकीदत के साथ नगर एवं देहात की मस्जिदों में नमाज अदा की गयी। इस मौके पर अल्लाह से मुल्क की तरक्की, अमन और चौन की दुआएं मांगी गयी। शुक्रवार यानी आज रमजान का दूसरा जुमा है। नगर एवं देहात की मस्जिदों में अलग-अलग समय में नमाजी नमाज अदा किया। वहीं, मस्जिदों में उलेमा जकात, खैरात एवं फितरे आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दिए।
गरीब-बेसहारा लोगों का सहारा बना रमजान
रमजान का महीना गरीबों का सहारा बन गया है। बीमार, गरीब, बेसहारा के परिवारों की जकात के जरिये मदद की जा रही है। लोग रमजान माह में अपनी आमदनी का ढाई प्रतिशत हिस्सा जकात के रूप में निकालते हैं। जकात की रकम पर गरीब, रिश्तेदार आदि का हक होता है। उसके बाद मदरसों की मदद की जाती है। उलेमाओं ने अपनी जकात की रकम को गरीब और बेसहारा लोगों को देने की अपील की है। जकात की रकम मिलने से गरीब लोग अपनी जरूरत का सामान जुटा रहे हैं।