आगरा। कीमठ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे लोगों को ट्रैक पर रेंगता हुआ कोबरा सांप दिखा। कोबरा सांप को देखते ही प्लेटफॉर्म पर यात्री चीखने और चिल्लानें लग गए। स्टेशन मास्टर को इस बारे में लोगों ने सूचित किया गया और आनन-फानन में वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रेस्पांस यूनिट को बुलाया गया जिसके बाद टीम ने रेलवे ट्रैक से रेड सैंड बोआ सांप कां रेस्क्यू किया। इससे पहले रुनकता स्थित 508 रेलवे फाटक कर्मचारियों ने कंट्रोल पैनल पर कोबरा सांप को बैठे देखा तो उनके होश उड़ गए। सूचना मिलते ही वन्यजीव संरक्षण संस्था की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और सफलतापूर्वक सांप को निकाला और उसे वापस जंगल में छोड़ दिया।
दरअसल सांप स्टोथर्मिक होते हैं, यानी वे अपने शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए वो बाहरी स्त्रोत का इस्तेमाल करते हैं। यही वजह है कि वो गर्मी के दिनों में ठंडी जगहों की तलाश में बाहर निकलते हैं। अक्सर भीषण गर्मी के दौरान सांप ठंडी जगहों की तलाश में अपने बिल से बाहर निकलते हैं और किसी ऐसी जगह की तलाश करते हैं जहां उन्हें ठंडक मिल सके। इस दौरान कई जगहों पर सांप दिख जाता है।
बताते चले कि बारिश होने के दौरान भी सांप बाहर निकलते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सांप के बिल में पानी भर जाता है जिससे सांप को परेशानी होती है। बारिश से बचने के लिए भी सांप किसी ऐसी जगह की तलाश करते हैं जहां वो सुरक्षित छिप सकें। जंगल और पहाड़ी इलाकों में इस मौसम में अक्सर सांप नजर आते हैं। कई लोग सांपों को मार भी देते हैं लेकिन सांपों को मारना नहीं चाहिए। सांप की एक प्रवृति होती है कि जबतक उसे अपने आसपास खतरा महसूस नहीं होता तबतक सांप किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता। ना ही हर सांप जहरीला होता है।