नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता और आम आदमी पार्टी के बढ़ते ग्राफ से केंद्र में बैठी भाजपा बुरी तरह बौखला चुकी है और इसी बौखलाहट में भाजपा द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग कर आम आदमी पार्टी के खिलाफ लगातार षड्यंत्र रचा जा रहा है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा ने कल मेरे घर पर जिस एक्साइज पॉलिसी के लिए सीबीआई की रेड करवाई वो इस देश की सबसे शानदार एक्साइज पॉलिसी है।
अगर इस एक्साइज पॉलिसी के लागू होने से ठीक 48 घंटे पहले उपराज्यपाल से उनका निर्णय नहीं बदलवाया गया होता तो दिल्ली सरकार को हर साल 10 हजार करोड़ का राजस्व मिलता। अगर इनका मुद्दा शराब माफियाओं का भ्रष्टाचार रोकना होता तो सबसे पहले गुजरात में सीबीआई की रेड करवाते क्योंकि गुजरात में हर साल 10 हजार करोड़ की एक्साइज चोरी की जा रही है और ये चोरी इन्हीं के लोग करवा रहे है। इनका मुद्दा भ्रष्टाचार रोकना होता तो जांच 14 हजार करोड़ के उस घोटाले की होती जो बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बनाने में किया गया,जो प्रधानमंत्री के उद्घाटन करने के 5 दिन के अंदर ही धंस गया।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा की परेशानी भ्रष्टाचार नहीं बल्कि सीएम अरविंद केजरीवाल हैं। जिनकी आज देशभर में चर्चा हो रही है कि 2024 में एक मौका केजरीवाल जी को देंगे। इसीलिए झूठे आरोपों में केजरीवाल जी के स्वास्थ्य मंत्री के बाद उनके शिक्षा मंत्री को भी जेल में डालने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। उस मुख्यमंत्री को सपोर्ट करने के बजाए, साजिश कर रोका जा रहा है जो शिक्षा और स्वास्थ्य के जरिए देश को तरक्की की राह पर लेकर चल रहा है। प्रधानमंत्री की तरह अपने चंद अरबपति दोस्तों की बेहतरी के बजाय हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने, गरीब से गरीब व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के विषय में सोचते हैं।
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि हम भगत सिंह की संतान हैं। ईडी-सीबीआई से डरने वाले नहीं हैं। भाजपा के पैसों से बिकने वाले नहीं हैं। वह हमें नहीं तोड़ पाएंगे, हमें झुका नहीं पाएंगे। हम देश के लिए जेल जाएंगे, अपनी जान कुर्बान करेंगे पर लाखों बच्चों का भविष्य संवारना, करोड़ों लोगों का इलाज करना बंद नहीं करेंगे। आज अरविंद केजरीवाल जी के साथ लाखों बच्चों, करोड़ों देशवासियों की दुआएं हैं। हम डरने वाले नहीं हैं और अगला चुनाव अरविंद केजरीवाल बनाम नरेंद्र मोदी होकर रहेगा।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि कल अमेरिका के सबसे बड़े और दुनिया के नामचीन अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में एक खबर छपी, जिसमें दिल्ली एजुकेशन मॉडल को फ्रंट पेज पर कवर किया गया। यह भारत के लिए गर्व की बात है कि देश के एक राज्य का एजुकेशन मॉडल उस तरफ जा रहा है, जहां दुनिया उसकी चर्चा कर रही है। दिल्ली का एजुकेशन मॉडल दुनिया के सबसे बड़े अखबारों में कुछ ऐसा दिख रहा है, जिससे वह दुनिया को प्रेरित कर सके। यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इस खबर को देखकर बेहद गर्व हुआ पर यह मेरी उपलब्धि नहीं, यह दिल्ली के शिक्षकों की तारीफ है। हमारे शिक्षक इसी तरह शिक्षा क्रांति को आगे बढ़ाते रहें। लाखों-करोड़ों बच्चे और आने वाली पीढ़ी यह याद रखेगी कि उनके शिक्षक का काम सारी दुनिया में भारत की तारीफ का कारण बना।
सिसोदिया ने कहा कि इसी न्यू यॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर 1.5 साल पहले खबर छपी, जिसमें कोरोना के दौरान नदी के किनारे अमानवीयता के साथ जल रही हज़ारों लाशों की तस्वीर थी। यह देश के कोरोना मैनेजमेंट को दिखा रहा था तथा यह हर भारतीय के लिए शर्म की बात थी।मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिस एक्साइज पॉलिसी को लेकर यह पूरा विवाद चल रहा है, वह देश की सबसे शानदार एक्साइज पॉलिसी है। उस पॉलिसी को हमने पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ लागू किया। लेकिन यदि उपराज्यपाल से पॉलिसी लागू होने के 48 घंटे पहले उस पॉलिसी को फेल करने की साजिश के तहत उनका फैसला नहीं बदलवाया गया होता तो दिल्ली को इस एक्साइज पॉलिसी से हर साल कम से कम 10 हजार करोड़ का राजस्व मिल रहा होता।
मनोज तिवारी ने कल अपनी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी में आठ हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। भाजपा के एक और नेता ने बोला 1100 करोड़ का घोटाला हुआ है। एलजी ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बोला था कि 144 करोड़ का घोटाला हुआ है।वही कल सीबीआई ने अपनी एफआईआर में लिखा था कि सूत्रों के अनुसार एक करोड़ का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि यह बातें पूरी तरीके से बकवास हैं। पूरी पॉलिसी में कोई घोटाला नहीं हुआ और यह बहुत शानदार पॉलिसी है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा वालों ने दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी के बारे में ना तो कुछ पढ़ा है और ना ही इन्हें कुछ पता है,क्योंकि इनका काम केवल उस स्क्रिप्ट को रटना है जो उनके पास ऊपर ऊपर से आती है। इस शोर-शराबे के पीछे असली सच यह है कि मुद्दा शराब घोटाला नहीं है, क्योंकि भाजपा वालों को किसी भी घोटाले की चिंता नहीं है। अगर इन्हें शराब घोटाले की चिंता होती तो गुजरात में हर साल अवैध शराब से होने वाले 10 हजार करोड़ के घोटाले को रोकने के लिए यह सीबीआई को गुजरात भेज देते।
लेकिन नहीं भेजा क्योंकि घोटाला तो वही लोग कर रहे हैं जो सीबीआई को निर्देश देते हैं। अगर मुद्दा घोटाला होता तो पीएम ने जिस बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था और उद्घाटन के 5 दिन बाद ही वह धंसने लगा, उसकी जांच की जाती। उसे बनाने वाले लोगों के घर सीबीआई की रेड डाली जाती लेकिन यह सब मुद्दा नहीं है। असल मुद्दा, भाजपा की परेशानी अरविंद केजरीवाल जी हैं।