दो-तीन बारातियों को छोड़कर दूल्हा समेत सभी भाग खडे हुए
चित्रकूट। हर्ष फायरिंग बाबत पहले से चेताने के बाद भी पुलिस के सोते रहने से हर्ष फायरिंग में दूल्हे के दादा व बहनोई की मौत हो गई। कन्या का विवाह भी नहीं हुआ। दो बाराती गम्भीर रुप से घायल हो गये। अब पुलिस ने थानों में शस्त्र धारकों की बैठक का स्वांग करना शुरु कर दिया है।
हर्ष फायरिंग से दूल्हे के दादा और बहनोई की मौत की ये घटना राजापुर थाना क्षेत्र के अतरसुई गांव के मजरा नोनागर में मंगलवार की रात द्वारचार के दौरान हुई। रैपुरा थाना क्षेत्र के महुलिया गांव के अभिमन यादव के बेटे शंकर का विवाह नोनागर के ढइया यादव की पुत्री बुधिया के साथ तय हुई थी। मंगलवार की शाम महुलिया से नोनागर बारात पहुंची। रात 1 बजे द्वारचार में दो लाइसेंसी धारकों ने हर्ष फायरिंग शुरु कर दी। 15 मिनट तक हुई फायरिंग में दूल्हे के दादा रामलखन व बुआ की बेटी के देवर (बहनोई) रामकरन यादव समेत रामफल व रामलाल को गोली लग गई। दूल्हे के बहनोई ने मौके पर दम तोड दिया। घटना के बाद भगदड मच गई। दो-तीन बारातियों को छोड़कर दूल्हा समेत सभी भाग खडे हुए। बवाल में फंसने के डर से बारातियों को लेकर जाने वाला वाहन भी चालक समेत भाग आये।
घटना की सूचना पाकर राजापुर थानाध्यक्ष अवधेश मिश्रा ने दूल्हे के दादा व दो अन्य घायलों को सीएचसी रामनगर भेजा। प्राथमिक इलाज के बाद दादा को जिला अस्पताल रेफर किया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हर्ष फायरिंग में दो की मौत व दो के घायल होने के बाद अफरा-तफरी मच गई। दोनों पक्ष के रिश्तेदार वहां से चले गये। दूल्हा समेत परिजन व बाराती भी भाग गये। इससे कन्या का विवाह नहीं हो सका।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनाली लाइसेंस धारक को दबोच लिया। दूसरा राइफलधारी फरार बताया जा रहा है, जो दूल्हे का फूफा है। पहले पुलिस ने हर्ष फायरिंग रोकने को कोई पहल नहीं की। बारात घरों में सख्ती से हर्ष फायरिंग की मनाही की चेतावनी लिखाने की जरूरत है। अब पुलिस थानों में शस्त्र धारकों की बैठक कर हर्ष फायरिंग रोकने बाबत स्वांग कर रही है।