Brutal murder of bullion businessman’s wife and son, stir in police department
अलीगढ़। सराफा कारोबारी ललित वर्मा की पत्नी शिखा वर्मा और उनके आठ साल के बेटे दिगवांशु की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्यारोपियों ने वारदात को उस वक्त अंजाम दिया, जब घर पर दोनों अकेले थे। हत्या की इस वारदात को अंजाम देने के हत्यारोपी मौका-ए-वारदात से आराम से निकल गए और इस घटना की किसी को भनक तक नहीं लग सकी। डबल मर्डर की इस वारदात का पता उस वक्त चला जब सर्राफ अपने घर पहुंचा।
डबल मर्डर की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आला अधिकारी समेत पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक विभाग की टीम ने मौका-ए-वारदात से साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, पीड़ित ललित वर्मा ने अपनी छोटी साली से चल रहे विवाद में हत्या का अंदेशा जताते हुए उसके और साली के होने वाले पति के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है। यह मामला अलीगढ़ जिले के चर्सी थाना क्षेत्र के सुरेंद्र नगर इलाके का है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ललित वर्मा मूल रूप से पालीमुकीमपुर गांव बिजौली के रहने वाले है और पिछले कुछ समय से सुरेंद्र नगर इलाके में मकान बनाकर रह रहे हैं। फूल चौराहे पर ललित वर्मा की राधिका ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। घर में उनकी 37 वर्षीय पत्नी शिखा वर्मा, आठ वर्षीय बेटे दिगवांशु उर्फ गोविंदा के अलावा दो बड़ी बेटियां भी हैं। गुरुवार को बेटियां बुआ के घर मथुरा गईं थीं। ललित दुकान पर थे। इस दौरान दोपहर करीब पौने चार बजे नकाबपोश दो लोग घर में घुसे और शिखा और दिगवांशु की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी बड़े ही आराम से निकल गए। इस बात की जानकारी उस वक्त हुई जब ललित वर्मा दुकान बंद कर अपने घर पहुंचे। खून में सने दोनों के शव देखकर ललित वर्मा ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर चर्सी थाना पुलिस समेत आला अधिकारी भी पहुंच गए।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि सीसीटीवी में दो नकाबपोश घर में घुसते और निकलते कैद पाए गए हैं। घर में कई अलमारियां खुली थीं और उनमें सामान बिखरा पाया गया है। ललित ने पूछताछ में साली से चल रहे विवाद में हत्या का अंदेशा जताया है। साली और उसके होने वाले पति के खिलाफ हत्या के अंदेशे में तहरीर दी गई है। पुलिस रंजिशन हत्या और लूट दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है। कहीं 45 लाख रुपए के लिए तो नहीं रची गई यह साजिश दरअसल, ललित का ऐसा दावा है कि उनकी पत्नी और बेटे की हत्या 45 लाख रुपए के लिए की गई है।
ललित ने पुलिस को बताया कि शिखा के पिता एक सरकारी कर्मचारी थे और उनकी तीन बेटियां थी। ड्यूटी के दौरान उनकी मौत हो गई थी। तीन बेटियां होने की वजह से किसी एक को सरकारी नौकरी मिलनी थी और बाकी दो बहनों को उनके फंड के 45 लाख रुपये मिलने थे। लेकिन शिखा की सबसे छोटी बहन अंजली को ये मंजूर नहीं था।
पुलिस ने मामले दर्ज कर शुरू की जांच ललित की मानें तो अंजली को 45 लाख रुपए और सरकारी नौकरी दोनों ही चाहिए थे। तीनों बहनों के बीच फंड का बंटवारे और सरकारी नौकरी से जुड़ा मामला कोर्ट में चला गया था। ललित को आशंका है कि इन्हीं सब विवादों के चलते शिखा और उसके बेटे की हत्या हुई है। अंजली और उसके होने वाले पति सोमेश चौहान के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।