
सिसवा बाजार-महराजगंज। सिसवा चीनी मिल के पास अवैध रूप से हो रहे गन्ने की खरीद स्थल पर आज जिला गन्ना अधिकारी की टीम ने जांच करने पहुंची लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नही हुआ जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार सिसवा चीनी मिल के लगभग 200 मीटर पूरब पुलिस चौकी के बगल में व पश्चिम तरफ बीजापार में अवैध रूप से गन्ने की खरीद का सेंटर चल रहा है, चीनी मिल में एक मानक के हिसाब से गन्ना तौल होता है, चीनी मिल से गन्ना गिराने के बाद जो गन्ना बच जाता है उसे कम दाम में इस अवैध सेंटर पर खरीद किया जाता है और दो-दो, चार-चार कुंतल गन्ना एकत्र कर ट्रालियों से अन्यत्र भेज दिया जाता है, यह खेल चीनी मिल शुरू होने के साथ ही शुरू हो जाता है जो चीनी मिल के बंद होने तक चलता रहता है।
Siswa: District sugarcane officer arrived to investigate illegal purchase of sugarcane, no action taken, became a topic of discussion
ऐसे में आज दोपहर पुलिस चौकी के बगल में चल रहे अवैध गन्ना खरीद केंन्द्र पर जिला गन्ना अधिकारी जगदीश चंद यादव, वरिष्ठ गन्ना निरिक्षक हरिनारायण यादव, सचिव प्रेमनाथ पाण्डेय व गन्ना प्रबंधक कर्मवीर सिंह पहुंचे व जांच किया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई और सभी लोग चीनी मिल में चले गये।
इस संबंध में जब जिला गन्ना अधिकारी जगदीश चंद यादव से बात हुई तो उन्होंने कहा कि चीनी मिल में गन्ना तौल की एक सीमा है उसके बाद जो गन्ना बच जाता है किसान उसे वहां बेचते है ऐसे में अगर वह क्रेसर पर बेचता है तो हम कुछ नही कर सकते लेकिन चीनी मिल में बेचने का मामला सामने आता है तो कार्यवाही करेंगे।
अब यहां सवाल तो उठता ही है कि गन्ने पर या फिर ट्राली पर कि क्रेसर पर जा रहा है या फिर चीन मिल में, और खरीद करने वाल यह क्यों कह कर फंसना चाहेगा कि वह चीनी मिल को दे रहा है, वह तो साफ-साफ कह देख कि हम क्रेसर पर ही देंगे, ऐसे में आज हुई जांच से कोई फायदा नही हुआ और तो और खरीद करने वालों का मनोबल जरूर बढ़ गया।