सिसवा बाजार-महराजगंज। सिसवा नगर पालिका के सबया में आज हठ्ठी माई कोल्डस्टोरेज का उद्वघाटन बाबू विजय सिंह ने फिता काट कर किया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में क्षेत्र के गणमान्य लोगों के साथ किसान भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रो0 मानवेन्द्र सिंह ने कहा आलू की फसल नगदी फसल होती है, जब चाहे बेच कर पैसा कमाया जा सकता है लेकिन इस क्षेत्र में आलू के भण्डारण के लिए कोई व्यवस्था नही थी ऐसे में अत्याधुनिक नई टेक्नोलाजी की मशीनो के साथ साढ़े दस माह में कोल्डस्टोरेज बन कर तैयार हुआ है, इससे इस क्षेत्र के किसानों के सामने आलू भण्डारण की समस्या दूर होगी और किसान अब अपने खेतों में नगदी फसल के रूप में बुआई कर सकते हैं।
उन्होंने कहा पहले आलू कम समय में ज्यादा पैसा कमाने वाली फसल है, जो चार माह में ही तैयार हो जाती है, पहले आलू की खेती करने में किसानों का काफी मेहनत करनी पड़ती थी लेकिन अब मशीन आ चुकी है, यहां हमने मशीनों को भी उपलब्ध कराया है, इससे किसानों के खर्चे में कमी आएगी, यह मशीनी युग है, जब कि दूसरी तरफ गन्ना को देखा जाए तो गन्ने को काटने व बोने के लिए कोई मशीन नहीं है
आलू की फसल नगदी फसल होती है- मानवेन्द्र सिंह
वही उन्होंने कहा आलू की हर रोज और हर घर में ख़पत होती है, बाजार में समय-समय पर भाव बढ़ता है, ऐसे में इस कोल्डस्टोरेज में हर किसान चाहे बड़ा हो या फिर छोटा उसके लिए हर सुविधा मुहैया कराई जा रही है, अगर कोई किसान एक बोरी आलू भी रखना चाहता है तो कोल्डस्टोरेज में रख सकता है और उसे जब भी आलू निकालने की जरूरत हो निकाल सकता है, अगर सैकड़ो बोरी आलू रखा है और एक बोरी आलू निकालना चाहता है तो एक बोरी आलू भी निकाल सकता है।
उन्होंने कहा कोल्टस्टोरेज के मैनेजमेंट के लिए बाहर से लोगों का बुलाया गया है जिनको इस बारे में पूरी जानकारियां है, फायर फाइटिंग की पूरी व्यवस्था है, आग लगने पर तत्काल सुचना मिलेगी, लिफ्ट से आलू उपर तल तक भेजे जाएंगे, गैस को कंट्रोल के लिए मशीन लगी हुई है, वेट कम न हो इस के लिए भी मशीन लगाई जा रही है और सबसे बड़ी बात यह है कि किसानों के आलू रखने पर आलू की बीमा भी रहेगी और रसीद भी मिलेगी।
इस दौरान विजय सिंह, रामधारे पाण्डेय, एनबी पाल, डा एसएस लाल श्रीवास्तव, पंडित अवधेश चौबे, डा पंकज तिवारी, विवेक चौरसिया, ओए जोसफ, अरुण पाण्डेय, सिसवा चीनी मिल यूनिट हेड आसुतोश अवस्थी, बब्बन यादव, होसीला प्रसाद तिवारी, जितेन्द्र बहादूर सिंह, बच्चन लाल गोंड, लल्ले सिंह, राम अवध चौरसिया, याक़ूब अहमद, अभिमन्यु चौरसिया, जावेद अहमद, बसूली कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक,सहित सैकड़ों की संख्या में गणमान्य लोग व किसान उपस्थित रहे।