सिसवा बाजार-महराजगंज। दिपावली पर जहां पूरे देश में घर द्वार जगमगाने की तैयारी चल रही है वहीं सिसवा विकास खण्ड के अत्यधिक ग्राम पंचायतों में लाखों रूपये खर्च कर पथ प्रकाश के लिए लगवाए गए स्ट्रीट लाइटें मुंह चिढ़ा रही हैं। गांव के लोगों का कहना है कि पथ प्रकाश की यह योजना इस गांव में भ्रष्टाचार की भेट चढ़ चुकी है। गांव वालों ने उच्चाधिकारियों से इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बताते चले सिसवा विकास खण्ड के अत्यधिक ग्राम पंचायतों में लाखों रूपये से अधिक खर्च कर पथ प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाइट लगवाए गए थे। इनमें से अब अत्यधिक लाइट खराब हो चुके हैं। दिवाली के अवसर पर भी इन लाइटों के नहीं जलने से लोगों में नाराजगी है।
गांव के लोगों का कहना है कि शहरों की तरह गांवों में भी बिजली, पानी, सड़क, पथप्रकाश जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार बड़े पैमाने पर बजट खर्च कर रही है। लेकिन धरातल पर यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। लाखों खर्च कर लगवाए गए लाइट खराब हो चुके हैं।
स्ट्रीट लाइट के नाम पर हुआ घोटाला
सिसवा विकास खण्ड के अत्यधिक ग्राम पंचायतो में पथ प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाइट की खरीद हुई है उस में भारी घोटाले का भी आरोप है, आरोप तो यहां तक है कि जो बाजार में स्ट्रीट लाइट मात्र 12 सौ रूपये में मिल रही है उसे 35 सौ रूपये तक का भुगतान किया गया है, यानी तीन गुने दाम से ज्यादा का भुगतान किया गया है, इसे भ्रष्टाचार नही कहा जाएगा तो क्या कहा जाएगा।
लोगों का आरोप है कि इस की खरीद में कई अधिकारी भी शामिल हो सकते है, क्यों कि तीन गुने रेट पर खरीद होती है और अधिकारी चुप्पी लगाए बैठे हुए है, ऐसे में जांच हो तो बड़े घोटाले भी सामने आ सकते है।