सिसवा बाजार-महराजगंज। गोरखपुर-नरकटियागंज रेलमार्ग पर सिसवा, खड्डा व पनियहवा रेलवे स्टेशन से ट्रेनों के माध्यम से शराब की तस्करी का खेल चल रहा है, तस्कर सीधे बिहार कुछ की घंटों में बिहार पहंुच जा रहे है, जब कि समय-समय पर आरपीएफ व जीआरपी छापेमारी कर शराब तस्करों को पकड़ती भी रहती है, खड्डा रेलवे पुलिस की दो दिन पहले हुई कार्रवाई से ट्रेन के माध्यम से शराब की तस्करी कर रहे शराब कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
बताते चले बिहार में शराब बंद है, न ही शराब बिक सकता है और न ही कोई पी सकता है लेकिन शराब के शौकिनों के लिए तस्कर शराब तस्करी के खेल को अंजाम देते है ओर उंचे रेट पर बेचते है। ऐसे में गोरखपुर-नरकटियागंज रेल मार्ग शराब तस्करों के लिए सबसे सुरक्षित रास्ता है, इसके सिसवा बाजार, खड्डा व पनियहवा रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक है और कुछ ही घंटो में वह बिहार में पहुंच जाते है, इस लिए शराब तस्कर ट्रेनों का इस्तेमाल करते है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिसवा रेलवे स्टेश पर तड़के सुबह पहुंचने वाली सप्तक्रंति एक्सप्रेस जो एक घंटे में सीधे बिहार के बगहा पहुंच जाती है, दोपहर में सत्याग्रह एक्सप्रेस है तो वही रात में चलने वाली पैसेंजर ट्रेन जो बिहार को जाती है, इन एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों से शराब की तस्करी का खेल चलता है।
बताया जाता है कि शराब तस्कर यात्री बैग या पिट्ठू बैग में अंग्रेजी शराब भर लेते है और एक साधारण यात्री की तरह ट्रेनों में बैठ कर बिहार पहुंच जाते है, जब कि समय समय पर जीआरपी व आरपीएफ इन शराब तस्करों को पकड़ती भी रहती है लेकिन तस्करी का खेल रूकने का नाम नही ले रहा है।
अभी दो दिन पहले ही जीआरपी व आरपीएफ ने खड्डा रेलवे स्टेशन पर खड़े ट्रेन पकड़ कर बिहार जाने के फिराक में खड़े दो शराब तस्कर को पकड़ा, इनके बैगों की तलाशी लेने पर 120 शीशी अंग्रेजी शराब बरामद किया। पकड़े गये तस्करों की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर निवासी धीरेन्द्र कुशवाहा तथा मोतीहारी बिहार के थाना मुफसौल के ग्राम सैमनगर निवासी विकास कुमार के रूप में की गयी। दोनों के विरूद्ध गोरखपुर रेलवे में पहले से भी आबकारी एक्ट में मुकदमा दर्ज है। बरामद शराब को जब्त करते हुए पुलिस ने पकड़े गये तस्करों को जेल भेज दिया।