If active on social media then be careful, government in preparation for strictness
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले कंटेंट और रेग्युलेशन को लेकर कई बार गंभीर सवाल उठाए जा चुके हैं। वहीं नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद सोशल मीडिया को लेकर आलोचनात्मक बहस और तेज हो गई है। नूपुर शर्मा को लेकर टिप्पणी करने के बाद सुप्रीम कोर्ट के जज पर भी सोशल मीडिया पर कई तरह के कमेंट किए गए। जिसके बाद उन्होंने खुद कहा कि सरकार को सोशल मीडिया रेग्युलेट करने पर विचार करना चाहिए। इसी सवाल पर सूचना तकनीक मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सोशल मीडिया की जिम्मेदारी तय करने को लेकर काम तेजी से चल रहा है।
उन्होंने कहा, सोशल मीडिया एक बहुत ही पावरफुल मीडियम है। सोशल मीडिया का जीवन में बहुत बड़ा प्रभाव है। इसकी जिम्मेदारी कैसे तय की जाए? यह सवाल दुनिया में सब जगह बहुत बड़ा बन गया है। दुनियाभर में देश और सोसाइटी इस दिशा में चल रही हैं कि कैसे इसे जिम्मेदार बनाया जा।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, ऐसा करने के लिए सबसे पहले तो सेल्फ रेग्युलेशन होना चाहिए। किस तरह से खुद ही कुछ ऐसे कंटेंट हटाए जाएं जिनसे समाज में बुरा असर पड़ता है। इसके बाद इंडस्ट्री रेग्युलेशन और फिर गवर्नमेंट रेग्युलेशन होना चाहिए। हर जगह एक ऐसा इकोसिस्टम और थॉट प्रॉसेस बन रहा है कि सोशल मीडिया को रेग्युलेट करना चाहिए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर आप मेहनत करते हैं तो सोशल मीडिया का रेवेन्यू आपके पास भी आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की अकाउंटबिलिटी तय करने का काम तेजी से चल रहा है और देश में भी इसपर काम हो रहा है। बता दें कि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार सोशल मीडिया पर नकेल कसने की तैयारीकर रही है। नियमन की तैयारी अंतिम चरण में है। इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मनमानी करना आपको मुश्किल में डाल सकता है।