सिसवा बाजार-महराजगंज। अयोध्या शोध संस्थान,संस्कृति विभाग उ प्र शासन के कार्यक्रम भये प्रगट कृपाला दिन दयाला जो कि आगामी 30 मार्च श्री राम जन्मउत्सव के दिन सिसवा बाजार स्थित प्राचीन पौराणिक श्री राम जानकी मंदिर प्रांगण में होना सुनिश्चित हुआ है अयोध्या शोध संस्थान ने उसका समन्वयक उ प्र संगीत नाटक अकादमी के सदस्य अमित अंजन को नियुक्त किया है।
अमित अंजन ने बताया प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज के निर्देश पर संस्कृति विभाग के अयोध्या शोध संस्थान द्वारा हर जिले में राम जन्मउत्सव का कार्यक्रम होना है उसी क्रम में सिसवा श्री रामजानकी मंदिर जिले का एक प्राचीन मंदिर है जहाँ जिले ही नही अपितु देश के कोने कोने से लोग राम लला का दर्शन करने आतें है, यहाँ का दशहरा ऐतिहासिक होता है ऐसे में मंदिर कमेटि व अयोध्या शोध संस्थान के तत्वाधान में प्रभु राम के जन्मउत्सव को भव्य और उत्साह पूर्वक मनाने का सौभाग्य नगरवासियों को मिलना व प्रभु राम के चरणों मे सेवा देना अत्यंत सौभाग्य की बात है,
उक्त कार्यक्रम की रूपरेखा संस्कृति विभाग से तय व निर्धारित है जिसमे शोभा यात्रा व रामचरितमानस बाल कांड का संगीतमय प्रस्तुति स्थानीय ख्याति प्राप्त कलाकार मनोज पांडेय व साथियो द्वारा दिया जाएगा, वही जन्मउत्सव के समय जन्म के संस्कार गीत , व लोक विधाओ में सोहर आदि की प्रस्तुति भी की जाएगी, वही सायं काल देश के प्रसिद्व कलाकारो द्वारा प्रभु राम का गुणगान भी किया जाएगा।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी महराजगंज सतेंद्र कुमार व अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक लव कुश द्विवेदी का विशेष योगदान है, अमित अंजन ने ये भी कहा कि हमारी भाजपा सरकार का ये संकल्प है की हिन्दू त्योहारों और परंपराओं ,संस्कृति को संजोए रखना व इस कार्यक्रम के माध्यम से उन सभी अराजक तत्वो को बताना की हमारी सनातन आस्था जिस श्री रामचरितमानस में है उसकी अवहेलना हम कभी भी बर्दाश्त नही करेंगे।
अमित अंजन के साथ साथ राम मंदिर कमेटी सिसवा के अध्यक्ष मनोज केसरी व महामंत्री जितेंद वर्मा ने जनपद के श्री राम सेवको को उक्त कार्यक्रम में निमंत्रण देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, सांसद व वित्तराज्य मंत्री पंकज चौधरी, सिसवा विधायक प्रेम सागर पटेल व प्रमुख सचिव संस्कृति मान मुकेश मेश्राम व संस्कृति निदेशक मान शिशिर को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए ये निवेदन किया है कि इस तरह के कार्यक्रम अनवरत होते रहने से समाज मे सनातन आस्था व संस्कृति संरक्षित रहेगी।