सिसवा बाजार-महराजगंज। सिसवा से खड्डा मुख्य मार्ग पूरी तरह टूट चुका है ऐसे मे इस मार्ग से आने-जाने वालों का बड़ी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है, इतना ही नही इस मार्ग पर चलने वाली सवारी भरी वाहनों की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 12 किमी की दूरी 40 मिनट में तय करते है।
सिसवा से खड्डा जाने वाली मुख्य सड़क महराजगंज व कुशीनगर जिले को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है, इतना ही नही बिहार जाने के लिए भी यही एक सड़क है जिससे लोग खड्डा, पनियहवा होते हुए बिहार के पश्चिमी चम्पारण के बगहा, नरकटियागंज को जाते है, इस तरह के प्रमुख मार्ग की हालत इतनी खराब है कि गांव की सड़क भी कहीं उससे बेहतर होगी, इस सकड़ को टूटे वर्षों हो गये लेकिन कोई जिम्मेदार इस सड़क को अब तक नही बनवाया।
सिसवा के सबया से खड्डा जाने वाली इस मुख्य सड़क पर गुरली का पुल दो जिलों को बांटता है, इधर महराजगंज जिला तो पुल के उस पार कुशीनगर जिला पड़ता है, पुल के उस पार यानी कुशीनगर जिले में सड़क कुछ हद तक ठीक है लेकिन सबया से पुल तक यानी महराजगंज जिले में पड़ने वाली सड़क इस कदर टूट चुकी है कि बाइक से चलना भी खतरों से भरा होता है, सड़क मे गडढ् नही है बल्कि टूटी सड़क की गिट्टीयों पर पर गडढ्ों से होते हुए आना-जाना पड़ता है।
दूरी 12 किमी, समय 40 मिनट, किराया 40 रूपया
सबया से खड्डा की दूरी लगभग 12 किमी है, और इस मार्ग पर चलने वाले सवारियों से भरी टेम्पो 40 मिनट मे अपना सफर पूरा करती है, इसके साथ ही यात्रियो से इसके बदले 40 रूपये का किराया है, इस मामले मे जब टेम्पों चालकों से बात की गयी तो उनका कहना था कि खतरों के बीच हमलोग सवारियों को लेकर चलते है, सड़कों पर नही बल्कि हम लोग गडढ्ों में अपनी गड़ियों को लेकर आते जाते है, इससे हमारी गाड़ियां अक्सर खराब होती रहती है, जितनी कमाई होती है गाड़ियों के बनवाने में खर्च हो जाता है, किसी तरह परिवार को चला रहे है।
एक रात में ही बन गयी होती सड़क
सबया से खड्डा की वर्षों से टूटी सड़क एक रात मे ही बन गयी होती लेकिन किस्मत ही खराब थी, पानी क्या बरसा और आंधी क्या आई, सब गड़बड़ कर दिया, हम बात कर रहे हैं वर्ष 2021 के माह दिसम्बर की, उस समय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में जन विश्वास यात्रा निकाली गयी थी, ऐसे में जन विश्वास यात्रा को कुशीनगर जिले के खड्डा से महराजगंज जिले के सिसवा मे प्रवेश करना था और जन विश्वास यात्रा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौये को आना था, इस बात की जानकारी होते ही प्रशास इस टूटी सड़क को बनवाने के लिए मशीनों और सामग्री को भेज दिया, गिट्टीयां गिर गयी, उसे बराबार किया जाने लगा, लेकिन रात होते ही बारिश शुरू हो गयी और आंधी भी आने लगी, इसी बीच खबर आयी कि जन विश्वास यात्रा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौये नही आयेंगे, बस क्या था, उसी समय मशीने और सामग्री सब वापस चली गयी।