शिवपुरी। मध्य प्रदेश अजब और गजब है। यहां ऐसे कारनामे होते हैं जिसकी कल्पना भी कोई नहीं कर सकता। शिवपुरी जिले में भ्रष्टाचार का अजब कारनामा हुआ, जहां जिंदा मजदूरों को मृत बताकर 96 लाख रुपये की राशि हड़प ली गई है। इस मामले के उजागर होने पर पांच अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
यह मामला शिवपुरी जनपद पंचायत का है। यहां मजदूरों के लिए सरकार की एक योजना की आड़ में घोटाला हुआ। मप्र भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल द्वारा पंजीकृत श्रीमिकों को अंत्येष्टि व अनुग्रह सहायता दी जाती है।
इस योजना में जिंदा श्रमिकों को शिवपुरी जनपद के अफसरों ने मृत बता दिया। इन श्रमिकों को मृत बताकर इनके नाम पर मिलने वाली राशि को दूसरे व्यक्तियों के खाते में डालकर राशि निकाल ली गई। इस योजना में शिवपुरी जनपद में 93.56 लाख रु. का गबन सामने आया है।
जिला पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में गठित समिति की जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि 26 हितग्राहियों के नाम पर केस बनाकर धांधली हुई है। जिंदा लोगों के नाम से इतना बड़ा गबन किया है। इसमें दो जनपद सीईओ के डिजिटल सिग्नेचरों से राशि निकली है। संबंधित शाखा की दो महिला लिपिक भी मामले में जिम्मेदार पाई गईं हैं। सिटी कोतवाली थाने में कम्प्यूटर ऑपरेटर, दो जनपद सीईओ और दो महिला लिपिक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।
Corruption – Amazing corruption, 96 lakh rupees were grabbed by telling the alive laborers as dead, case registered
शिवपुरी जनपद के वर्तमान सीइओ गिरिराज शर्मा ने कोतवाली में पोहरी जनपद सीइओ गगन बाजपेयी के अलावा राजीव मिश्रा (मुरार ग्वालियर में पदस्थ), शैलेंद्र परमार तत्कालीन कंप्यूटर ऑपरेटर एवं लिपिक वर्ग-तीन साधना चौहान व लता दुबे (शाखा प्रभारी) के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया है।
शिवपुरी पुलिस एसडीओपी अजय भार्गव ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने अभी धारा 420, 120बी के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शिवपुरी जनपद पंचायत के वर्तमान सीईओ के पत्र के आधार पर यह मामला दर्ज किया है और पूरे मामले की विवेचना की जा रही है।
शिवपुरी जिले के इंदरगढ़ निवासी हरिओम शर्मा को मृत बताकर उसकी पत्नी भारती शर्मा के खाते में चार लाख छह हजार रुपए कैनरा बैंक में भुगतान दर्शाया था। तत्कालीन सीईओ सृष्टि ने 15 दिसंबर 2022 की रिपोर्ट पर फिजिकल थाना में शैलेंद्र और पलक के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध किया था।
मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच कमेटी बनाई। इसके बाद अब जांच कमेटी रिपोर्ट के आधार पर पूर्व में पदस्थ रहे दो पूर्व सीईओ सहित अन्य पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है।