बहराइच। घर के आंगन में खेल रही बालिका पर तेन्दुए ने हमला कर दिया। पास बैठे पिता ने जैसे ही देखा वह तेन्दुए पर हमलावर हो गया। दोनों का संघर्ष लगभग पाँच मिनट चला लेकिन बाप की मोहब्बत के आगे तेन्दुए को हार माननी पड़ी और वह भाग गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मोतीपुर इलाके के समईगौढी गाँव में चारपाई पर बैठी 5 वर्षीय बालिका सोहनी पुत्री मेवालाल खेल रही थी कि अचानक कहीं से तेंदुआ आ गया और उसने सोहनी की गर्दन पकड़ लिया लेकिन गनीमत यह थी कि पिता मेवालाल भी वहीं मौजूद थे और उन्होंने तेन्दुए को बेटी के ऊपर हमला करते देख लिया। अपनी जान की परवाह किए बगैर वह तेन्दुए से भिड़ गए। एक तरफ से वह लड़की को खींच रहे थे दूसरी तरफ तेंदुआ लड़की को ले जाना चाहता था। मेवालाल के न जाने कहा से इतनी ताकत आ गई कि वह तेन्दुए के मुंह से बच्ची को बचा पाने में कामयाब हो गए।
बताते हैं कि तेन्दुए के हमले से बच्ची के गर्दन पर काफी चोट आ गई थी, आनन-फानन में घायल बच्ची को सीएचसी मिहीपुरवा ले लाया गया जहाँ प्राथमिक इलाज के बाद उसे बहराइच मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया।
इस बारे में मोतीपुर रेंज के फारेस्ट आफिसर सुरेन्द्र तिवारी ने बताया कि लड़की पर जब तेन्दुए ने हमला किया तो उसका पिता वहीं मौजूद था जिसने लड़की को बचा लिया। श्री तिवारी का मानना है कि तेंदुआ बहुत बलशाली जीव है तो यह कहना मुश्किल है कि दोनों में 5 मिनट संघर्ष हुआ होगा।
जानकारी के अनुसार यह समय तेन्दुओं के हमलों के मामले में पीक सीजऩ चल रहा है क्योंकि जंगल से बाहर रहने वाले जानवरों के छिपने की जगह अभी तैयार नहीं हुई है।जब गन्ना थोड़ा और बड़ा हो जाएगा तो यह आसानी से उसमें छिप जाएंगे।
इस घटना के बारे में कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने बताया कि आजकल देर तक घर के बाहर न रहे और शौच भी अकेले व बिना रौशनी के न जाए तथा घर के समीप झाड़ी न बनने दे। सुरक्षा ही बचाव है।इसका अवश्य पालन करेंद।