Gorakhpur News – Teachers’ Day was celebrated with great enthusiasm in St. Andrews College
Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कॉलेज के विधि विभाग में भारत के महान शिक्षाविद, भारत रत्न सुशोभित पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती ‘शिक्षक दिवस’ को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ आज बृहस्पतिवार को मनाया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सी0ओ0 सैमुएल व विशिष्ट अतिथि विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 सतीश चन्द्र बरनवाल रहें।
इसी क्रम में विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि सहित विभाग के शिक्षकगण को सम्मानित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रोफेसर सी0ओ0 सैमुएल को अंकित चौरसिया ने, विशिष्ट अतिथि डॉ0 सतीश चन्द्र बरनवाल को अनस सिद्दीकी ने, डॉ0 तनवीर आलम को नीतेश प्रजापति ने, प्रोफेसर अतुल कुमार सिंह को राघवेन्द्र मिश्रा ने, रंजना श्रीवास्तव को साधना ने, कुमार गौरव श्रीवास्तव को अरूण कुशवाहा ने, परवेज आलम को अंगद गोंड ने सम्मानित किया, इसके बाद प्राचार्य प्रोफेसर सी0ओ0 सैमुएल ने केक काटकर शिक्षक दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
शिक्षक दिवस के इस पावन पर्व पर कार्यक्रम का संचालन विधि पंचम सेमेस्टर के छात्र कृष्ण मोहन मिश्रा के द्वारा किया, शिक्षकों के सम्मान में विधि विभाग के विद्यार्थियों ने जीवन में शिक्षक के महत्व के बारे में बताया।
प्राचार्य प्रोफेसर सी0ओ0 सैमुएल ने कहा कि, डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के रूप में हम शिक्षक दिवस मनाते हैं वो एक महान दार्शनिक व सर्वगुण सम्पन्न व्यक्ति थे, उन्होनें कहा कि एक अच्छा शिक्षक जीवन के लिए एक दिशा दिखाता हैं, जो अज्ञानता के अंधकार को दूर करता हैं।
विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 सतीश चन्द्र बरनवाल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों बधाई व आर्शीवाद देते हुए कहा कि शिक्षक और सड़क एक जैसे होते हैं जिस प्रकार सड़क अपनें मुसाफिरों को मंजिल पर पहुंचाते हैं उसी प्रकार शिक्षक अपनें विद्यार्थियों को मंजिल तक पहुंचाते हैं।
प्रोफेसर अतुल कुमार सिंह ने कहा कि हर विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक का बड़ा योगदान होता हैं, कोई भी विद्यार्थी अपने जीवन में सफल होता हैं तो उसके पीछे उसका अथक प्रयास होता हैं और साथ ही इसमें शिक्षक का भी बहुत बड़ा योगदान होता हैं।
डॉ0 तनवीर आलम ने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होता हैं, शिक्षक विद्यार्थी जीवन के पहले गुरु होते हैं, जो केवल पाठ्यक्रम का ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन की सच्ची शिक्षा भी देते हैं, वे सही और गलत का अंतर सिखाते हैं, वह प्रेरित करते हैं, सपनों को पूरा करने के लिए मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं। उनका समर्पण और मेहनत ही विद्यार्थी के भविष्य की नींव है।
कुमार गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षक ही वे मार्गदर्शक होते हैं, जो विद्यार्थी को सही दिशा दिखाते हैं, विद्यार्थी के ज्ञान को बढ़ाने का काम करते हैं, विद्यार्थी को जीवन के कठिन मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं और मेहनत का फल विद्यार्थी अपने जीवन में पाते हैं।
रंजना श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षक एक ऐसा स्तम्भ होता हैं जो केवल ज्ञान प्राप्ति का तरीका ही नहीं है, बल्कि विद्यार्थी के व्यक्तित्व का निर्माण करता है, यह बताता है कि समाज में विद्यार्थी की भूमिका क्या होगी।
परवेज आलम ने कहा कि, शिक्षक का सबसे पहला कर्तव्य होता हैं कि वह विद्यार्थियों को पढ़ाये और इस काबिल बनाए कि आप जहां कही भी हो अपने जिंदगी में कुछ कर के दिखाए तो सबसे ज्यादा शिक्षक का सर गर्व ऊंचा होता है।
इस कार्यक्रम में विधि विभाग के शिक्षकगण डॉ0 तनवीर आलम, प्रोफेसर अतुल कुमार सिंह, रंजना श्रीवास्तव, कुमार गौरव श्रीवास्तव, परवेज आलम सहित विभाग के समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।