
मुंबई। दीपों का पर्व दीपावली सिर्फ रोशनी का नहीं, बल्कि प्रेम, सेवा और समाजिक जागरूकता का प्रतीक भी है। इसी भावना को आत्मसात करते हुए कर्तव्य पथ फाउंडेशन ने इस वर्ष भी “सेवा के प्रकाश” से समाज को आलोकित करने का कार्य किया।
संस्था ने अपने दिवाली सेवा के तीसरे वर्ष में उत्तन स्थित आदिवासी बस्ती में जाकर दिवाली से पहले दीवाली किट एवं राशन सामग्री का वितरण किया। इसमें आवश्यक खाद्य सामग्री, मिठाई, दीये, नास्ता आदि चीजे शामिल थी।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल वस्तुएँ बाँटना नहीं था, बल्कि समाज के उपेक्षित वर्गों में खुशियाँ बाँटना और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना था।
“कर्तव्य पथ फाउंडेशन” के अध्यक्ष आकाश सिंह ने उपस्थित परिवारों को दीपावली पर्व की महत्ता बताते हुए कहा कि प्रकाश केवल दीपों में नहीं, हमारे दिलों में भी जलना चाहिए। जीवन में प्रेम और सहयोग की ज्योति ही सच्ची दिवाली है।”
फाउंडेशन के सदस्य वेदप्रकाश सिंह ने बस्ती के बच्चों से बातचीत कर उनके शिक्षा, करियर और सपनों को लेकर चर्चा की।
संस्था ने इन बच्चों को शिक्षा के लिए हर संभव सहायता देने का वचन दिया। संस्था का मानना है कि सच्ची सेवा वही है जो किसी के भविष्य को रोशन करे।
इस अवसर पर संस्था के प्रमुख सदस्य वेदप्रकाश सिंह, सुशील मिश्रा, महेश सोनी, अरमान सिंह, तुषार गुप्ता सहित कई स्वयंसेवक मौजूद रहे। सभी ने मिलकर बस्ती के परिवारों को दीपावली की शुभकामनाएँ दीं और बच्चों के साथ मिलकर दीप जलाकर पर्व का आनंद लिया।
“कर्तव्य पथ फाउंडेशन” पिछले तीन वर्षों से समाज में सेवा, शिक्षा, स्वच्छता और जागरूकता के अभियान चला रहा है। संस्था का लक्ष्य है कि कोई भी परिवार त्योहारों की खुशियों से वंचित न रहे।
यह अभियान हर वर्ष विभिन्न ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में चलाया जाता है ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक खुशी पहुँच सके।