सिसवा बाजार-महाराजगंज। सिसवा विकासखंड में मनरेगा में सनसनीखेज मामला कुवैत गये व्यक्ति को गांव में मनरेगा योजना से तालाब की खुदाई के साथ ही चकरोड़ पर मिट्टी भी डालने के मामला सामने आने के बाद अब इस मामले से सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारी मामले को कैसे फर्जी रिपोर्ट लगा कर मैनेज किया जाए लगातार मंथन कर रहे है।
बताते चलें यह चौंकाने वाला मामला सिसवां विकासखंड के ग्राम मथानिया का है, यहां के निवासी उमाशंकर प्रसाद ने जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों को एक शिकायत पत्र भेजकर इस मामले का खुलासा किया है, उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा है कि वर्तमान ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक व सचिव आपस में मिलकर मनरेगा के धन का बंदरबांट कर रहे हैं, ग्राम पंचायत में जॉब कार्ड संख्या 280 विद्यासागर पुत्र सीताराम जो 22-05-2022 को गांव से मुंबई के लिए व दिनांक 25-05-2022 को मुंबई से कुवैत के लिए रवाना हुए, इनके कुवैत जाने के बाद मनरेगा के तहत राजेंद्र पटेल पुत्र रामनारायण के खेत में पोखरी/ तालाब खुदाई कार्य में ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक व सचिव ने मिलकर 23-05-22 के 05-06-22 तक 12 दिन विद्यासागर पोखरी/तालाब की खुदाई में बतौर मनरेगा मजदूरी कर रहे थे।
मामला इतना ही नही है इस मामले की जानकारी मिलने पर जब हमने वेवसाइट पर जॉब कार्ड संख्या 280 को खोला तो पता चला विद्यासागर जो 23-05-22 के 05-06-22 तक राजेंद्र पटेल के खेत में पोखरी/तालाब की खुदाई में मजदूरी कर रहे थे, दिनांक 07-06-22 से 20-06-22 तक यानी 12 दिन मुकेश के खेत से महेंद्र यादव के खेत तक चक रोड पर मिट्टी भराई का कार्य किया है
इस मामले के सामने आने के बाद अब सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारी अपनी गर्दन बचाने में लग गये है, इसके लिए मंथन भी चलने की जानकारी मिल रही है कि किस तरह मामले को फर्जी व गलती से होना बताते हुए अपनी गर्दन को बचाया जाए।