लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एयर कनेक्टिविटी आज की आवश्यकता है। विगत 05 वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार ने एयर कनेक्टिविटी की दिशा में बेहतरीन सफलता प्राप्त की है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी के दो हवाई अड्डे पूरी तरह से तथा गोरखपुर एवं आगरा हवाई अड्डे आंशिक रूप से क्रियाशील थे। आज प्रदेश में 09 हवाई अड्डे पूरी तरह से क्रियाशील हैं। इससे प्रदेश को देश व दुनिया में बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी प्राप्त हुई है। इसने प्रदेश के विकास में एक बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। इसके माध्यम से आम नागरिकों के आवागमन को सहज व सरल भी बनाया गया है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लखनऊ से एयर एशिया की उड़ान के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ान योजना के माध्यम से संकल्प लिया है कि आम नागरिक यानी हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई यात्रा कर सके। आज एयर एशिया द्वारा प्रदेश की राजधानी को बेहतरीन वायु सेवा से जोडऩे के लिए सकारात्मक रूख अपनाया गया है। यह प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने जैसा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में लखनऊ की एयर कनेक्टिविटी मात्र 15 शहरों तक सीमित थी, आज लखनऊ एयरपोर्ट 30 गंतव्यों के लिए वायु सेवाएं दे रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने शीघ्र ही प्रदेश के आजमगढ़, म्योरपुर (सोनभद्र), चित्रकूट, अलीगढ़ तथा श्रावस्ती एयरपोर्ट को क्रियाशील करने का आश्वासन दिया है। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित करने वाला पहला राज्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी और क्षमता को देखते हुए राज्य में जितनी बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी दी जाएगी, उतना ही विकास की गति को तीव्र कर सकेंगे। उन्होंने एयर एशिया को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से देश की राजधानी दिल्ली, बेंगलुरु, गोवा से जोडऩे के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुत सम्भावनाएं हैं। प्रदेश की इस सम्भावना का लाभ एयर एशिया कम्पनी के साथ ही, प्रदेश के आम नागरिकों को भी मिलेगा।
कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने कहा कि आज का दिन लखनऊ उत्तर प्रदेश के साथ ही भारत के लिए भी ऐतिहासिक है। आज एक ही दिन, एक ही एयर लाइन की, एक ही शहर से पूरे भारत को जोडऩे के लिए उड़ानें प्रारम्भ हो रही हैं। लखनऊवासी अब देश के हर कोने में जा सकते हैं। यह प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही सम्भव हो पाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उड़ान योजना के अन्तर्गत 63 नए रूट शुरू किये गये हैं। आने वाले समय में यह संख्या बढ़ाकर 108 रूट तक की जाएगी। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के माध्यम से नागर विमानन के क्षेत्र में आधारभूत संरचना को बढ़ाने के लिए उड़ान योजना के अन्तर्गत 18 हवाई अड्डों का चयन किया गया है। इसमें करीब 1,121 करोड़ रुपये का व्यय होगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल, लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एयर एशिया के एमडी व सीईओ सुनील भास्करन एवं अन्य प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।