Ban on giving breakfast in newspaper and magazine paper
भोपाल। शहर में अखबार और मैग्जीन के पेपर में नाश्ता देने पर कलेक्टर ने प्रतिबंध लगा दिया है। अब जल्द ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन और नगर निगम का अमला संयुक्त रूप से कार्रवाई शुरु करने वाला है। ये सभी होटलों पर पहुंचकर इनके संचालकों से शपथ पत्र लेगी कि वे स्याही से छपे हुए पेपर से नाश्ता नहीं देंगे।
इसे लेकर जब शहर के पोहा-जलेबी, समोसा-कचौड़ी अखबार और मैग्जीन के पेपर में देेने वाले होटल संचालकों से बातचीत पर रोक लगाई गई तो निश्चित तोर पर नाश्ते के दाम में बढ़ोतरी हो जाएगी, क्योंकि कागज और पत्ते के दोने महंगे आते हैं, जबकि अखबार और मैग्जीन िवंटल से मिलते हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे ने बताया कि स्याही से छपे हुए पेपर में नाश्ता करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। स्याही नाश्ते के साथ पेट में जाती है तो पेट खराब होने के साथ ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है। स्याही के माध्यम से मेटल, मर्करी, सल्फर, केडयिम आदि कैमिकल पेट में जाते हैं जो बेहद खतरनाक हैं।