
Coin stuck in the neck of the child for three days, doctors saved his life like this
आठ वर्षीय बच्चे के गले में तीन दिनों से एक सिक्का अटका हुआ था। इससे बच्चे के शरीर में कई जटिल समस्याएं आ गई थीं।
नई दिल्ली। दिल्ली के मणिपाल अस्पताल में सोमवार को डॉक्टरों ने वो कर दिया जिसकी हर कोई प्रशंसा कर रहा। डॉक्टरों ने काफी मशक्कत कर एक मासूम की जान बचाई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आठ वर्षीय बच्चे के गले में तीन दिनों से एक सिक्का अटका हुआ था। इससे बच्चे के शरीर में कई जटिल समस्याएं आ गई थीं। वहीं पश्चिमी दिल्ली में स्थित मणिपाल अस्पताल के डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन कर बच्चे को नई जिंदगी दी। बता दें कि बच्चे को खांसी और लगातार लार निकलने की परेशानी के लिए परिजन अस्पताल लेकर आए थे।
इस दौरान जांच में सामने आया कि बच्चे के गले में सिक्का अटका हुआ है, जिसके कारण वह एसोफेजियल परफोरेशन (आहार नलिका में छेद) नामक एक दुर्लभ और जटिल समस्या से पीड़ित है। उसकी आहार नलिका में छेद होने के कारण फेफड़ों में भी रिसाव हो रहा था। डॉक्टरों के अनुसार तीन दिनों में कई तरह की समस्याओं के चलते उसे ब्रोंकियल निमोनिया हो गया था।
इस बाबत मणिपाल अस्पताल में पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटेरोलाजिस्ट और हेपेटोलॉजी चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. सुफला सक्सेना ने बताया कि बच्चे की आहार नली में छेद होने और फेफड़ों में रिसाव की वजह से यह मामला क्रिटिकल हो गया था। अगर बच्चे का तत्काल इलाज नहीं किया जाता, तो उसकी मौत भी हो सकती थी या फिर उसकी आहार नली हमेशा के लिए खराब हो जाती।
डॉक्टर सुफल सक्सेना ने बताया कि बच्चे के गले से सिक्के को निकालने के बाद उसे एनजी ट्यूब से खाना दिया जा रहा है। हालांकि जब उसकी आहार नली ठीक होने लगी, तो हमने जांच के बाद एनजी ट्यूब हटा दिया है। वहीं अब बच्चे ने मुंह से खाना खाना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसे अस्पताल से घर भेज दिया गया।