
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झारखंड। देश में बंदरों की पूजा की जाती है, उसे भगवान का भी रूप माना जाता है, लेकिन झारखंड के धनबाद वन विभाग की फोरेस्ट कॉलोनी में एक बंदर को निर्मम तरीके से मार दिया गया। इतना ही नहीं उसे मारने से पहले उसके दोनों हाथ भी तोड़ दिए गए। इस मामले को फोरेस्ट ऑफिसर आरके सिंह ने संज्ञान में लिया और प्रभारी वनपाल जसीम अंसारी को शोकॉज जारी करते हुए जवाब मांगा है।
जानें क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, धनबाद के सत्यम नगर निवासी एसडी तिवारी के घर एक बंदर को पकड़ कर रखा गया था। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दे दी। फोरेस्ट ऑफिसर आरके सिंह ने वहां के प्रभारी जसीम अंसारी को बंदर को अपनी कस्टडी में लेने का निर्देश दिया था। साथ ही बंदर को रखने के लिए वन विभाग ने केज (जाली) भी उपलब्ध करा दिया था। इसके बाद बंदर को पकड़कर लाया गया और जाली में बंद कर दिया गया। कुछ देर बाद जब प्रभारी निगरानी में आए तो देखा की बंदर की निर्मम तरीके से हत्या की जा चुकी थी। बंदर के दोनों हाथ को बुरी तरह से तोड़ दिया गया था, बंदर के मुंह से खून भी जा रहा था।
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बिना पोस्टर्माटम ही बंदर को दफनाया
बंदर की निर्मम हत्या के बाद पोस्टमार्टम का भी इंतजार नहीं किया गया और उसे आनन-फानन में दफना दिया गया। जबकि वन विभाग के नियम के अनुसार किसी भी जंगली जानवर की संदेहास्पद स्थिति में मौत होने पर उसका पोस्टमार्टम कराना अनिवार्य है। इस घटना पर पर्दा डालने की पूरी कोशिश हुई लेकिन वरीय अधिकारियों को जानकारी होने के बाद इसके जांच के आदेश दिए गए।
रेंज ऑफिसर धनबाद वन प्रमंडल के आरके सिंह ने कहा, बंदर की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत की सूचना पर जांच के आदेश दिए गए हैं। बिना पोस्टमार्टम के इसे कैसे दफनाया गया, इसकी भी जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।