बांदा । आर्यावत बैंक शाखा प्रबंधक और दैनिक कर्मी को लखनऊ की सीबीआई (एंटी करप्शन) टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद टीम उन्हें अपने साथ लखनऊ ले गई। इन लोगों ने केसीसी के नाम पर किसान से सात हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
तिंदवारी थाने के मूंगुस गांव निवासी रामचंद्र सिंह ने सीबीआई लखनऊ को गुरुवार को ई-मेल से शिकायत की कि उसके पिता भिखारी पुत्र परसादी ने गांव स्थित आर्यावर्त बैंक शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया है। पिता के वृद्ध होने की वजह से वह अपने पिता के साथ बैंक जाता हूं। तीन अक्तूबर को पिता के साथ बैंक गया और लोन के बारे में जानकारी की।
शाखा प्रबंधक दीपक श्रीवास्तव ने लोन करने के लिए सात हजार रुपये की मांग की। शुक्रवार की शाम करीब साढ़े तीन बजे लखनऊ की आठ सदस्यीय सीबीआई की एंटी करप्शन टीम मूंगुस गांव स्थित आर्यावर्त बैंक पहुंची। किसान का पुत्र रामचंद्र विशेष पाउडर लगे नोट लेकर बैंक पहुंचा। प्रबंधक ने रुपये अपने हाथ में लेने से मना करते हुए बैंक में तैनात दैनिक कर्मचारी यशवंत को देने को कहा। उसने रुपये यशवंत को दे दिए और बाहर निकल आया। इसके बाद टीम अंदर पहुंची और दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया।
टीम ने उनके हाथ धुलवाए तो पानी गुलाबी हो गया। टीम ने दोनों को हिरासत में ले लिया और बैंक में ही करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। शनिवार को तड़के उन्हें अपने साथ लखनऊ ले गई।
तिंदवारी थाना इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि सीबीआई टीम आई थी, पर थाने में कोई सूचना नहीं दी। न ही कोई रिपोर्ट दर्ज कराई है।