
गोरखपुर। शाहपुर पुलिस ने 2.5 लाख रूपये लेकर विवेकानंद यूनिवर्सिटी सागर मध्यप्रदेश से बीफार्मा का फर्जी सर्टिफिकेट देने वाले जालसाज को सोमवार की सुबह अरेस्ट कर लिया। उसकी पहचान मूल रूप से बस्ती निवासी आशीष पुरी के रूप में हुई। आशीष किराए पर पादरी बाजार के शताब्दीपुरम कालोनी में रहता है वह गांधी गली व बशारत पुर में फोकस हैविट कंसलटेंसी फर्म चलाता है। उसके खिलाफ चिलुआताल के संदीप श्रीवास्तव ने 30 अप्रैल 2022 को केस दर्ज कराया था।
एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर व एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्रोई ने बताया कि आरोपी ने संदीप को 2018/ 2019 सत्र की फर्जी डिग्री व मार्कशीट असली बताकर दिया था। शक होने पर जब पीड़ित मध्यप्रदेश के सागर यूनिवर्सिटी गया तो असलियत पता चला। पुलिस के अनुसार संदीप 2020 में डी फार्मा में रेगुलर एडमिशन लेना चाहता था। इस दौरान उसकी मुलाकात कंसलटेेंसी चलाने वाले आशीष से हुई। आशीष ने कहा कि वह उसका एडमिशन करा देगा। एडमिशन कराने के लिए उसने कई बार में 2.5 लाख रूपये ले लिया और कहा कि एडमिशन हो गया है। पढने नही जाना होगा बस उसे परीक्षा देने जाना होगा। इस बीच कोरोना काल आ गया। कोरोना में आशीष ने बताया कि अब परीक्षा भी नहीं होगी। सीधे मार्कशीट व प्रमाणपत्र मिलेगा। नवंबर 2020 का आशीष ने पीड़ित संदीप को सत्र 2018-19 का प्रमाण पत्र व मार्कशीट दे दिया, जबकि पहली बार उसकी बात 2020 में हुई थी। उसे संदेह हुआ ता संदीप मध्यप्रदेश के सागर यूनिवर्सिटी पहुंचा तो पता चला कि डिग्री वहां की नहीं है। यह फर्जी है। जिसके बाद संदीप ने पैसा मांगा तो आशीश व उसके भाई आदित्य ने धमकी दी। तब जाकर संदीप ने शाहपुर थाने में अप्रैल 2022 में केस दर्ज कराया।
पुलिस के अनुसार जालसाज ने संदीप के अलावा दो अन्य लोगों से भी पैसे लेकर फर्जी मार्कशीट व प्रमाण पत्र दिए हैं जिसकी जांच की जा रही है।