
सिसवा बाजार-महराजगंज। अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक नगर पालिका परिषद सिसवा बाजार स्थित अवंतिका मैरेज हाउस में रविवार को संपन्न हुई। इस बैठक में परिषद के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा स्थानीय ब्राह्मण समाज के सम्मानित जन एकत्रित हुए।
बैठक का शुभारंभ भारतीय सनातन परंपरा के अनुसार भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर, अगरबत्ती जलाकर किया गया। भगवान परशुराम को ब्राह्मणों के आदि देवता और धर्म रक्षक के रूप में पूजा जाता है, अतः कार्यक्रम की शुरुआत उन्हीं के स्मरण से की गई। समस्त उपस्थितजनों ने सामूहिक रूप से भगवान परशुराम की आरती की और समाज की उन्नति एवं एकता के लिए प्रार्थना की।
इस बैठक की अध्यक्षता पंडित मदन पांडेय ने की, जो परिषद के वरिष्ठ सदस्य और क्षेत्रीय ब्राह्मण समाज में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। कार्यक्रम का संचालन पंडित श्रीनाथधर दुबे द्वारा बड़े ही कुशल और मर्यादित ढंग से किया गया।
समाज में एकता और जागरूकता फैलाने का आह्वान
बैठक में उपस्थित वक्ताओं ने ब्राह्मण समाज की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और भावी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। पंडित मदन पांडेय ने अपने भाषण में कहा कि आज के समय में ब्राह्मण समाज को संगठित होकर अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग होने की आवश्यकता है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के परिवेश में ब्राह्मण अपने मूल कर्तव्य से भटक रहा है और उन्होंने शिक्षा, संस्कृति, और धार्मिक मूल्यों के संरक्षण पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि समाज के युवाओं को आगे आकर नेतृत्व संभालना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास और संस्कृति से जुड़ी रह सके।
पंडित श्रीनाथ धर दुबे ने बैठक का संचालन करते हुए विभिन्न मुद्दों को सभा के समक्ष रखा, जिनमें समाज में बढ़ रही विसंगतियाँ, आर्थिक असमानता और युवा वर्ग में बढ़ती बेरोजगारी प्रमुख रहीं। उन्होंने सुझाव दिया कि परिषद को क्षेत्रीय स्तर पर छोटे-छोटे समूहों में भी सक्रिय रहना चाहिए, जिससे हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
महिला सशक्तिकरण और युवाओं की भागीदारी पर जोर
बैठक में महिला सदस्यों की भागीदारी भी सराहनीय रही। महिला वक्ताओं ने समाज में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान के मुद्दों पर परिषद को विशेष रूप से कार्य करना चाहिए। साथ ही यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि आगामी कार्यक्रमों में महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका दी जाएगी।
युवाओं ने भी बैठक में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किए। परिषद ने युवाओं के लिए कौशल विकास शिविर, कैरियर मार्गदर्शन और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु सहयोग देने का आश्वासन दिया।
भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा
बैठक में परिषद की भावी योजनाओं पर भी विचार किया गया। तय किया गया कि आने वाले महीनों में ब्राह्मण समाज के प्रतिभाशाली छात्रों का सम्मान समारोह, सामूहिक उपनयन संस्कार तथा सामाजिक जागरूकता रैली जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त निर्धन परिवारों की बेटियों के विवाह हेतु सहायता योजना शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।
बैठक के अंत में परिषद के महामंत्री ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया और आशा जताई कि समाज की यह एकजुटता भविष्य में और भी मजबूत होगी।
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद की यह बैठक समाज के उत्थान, एकता और जागरूकता के लिहाज से एक महत्वपूर्ण पहल रही। यह आयोजन ब्राह्मण समाज को संगठित करने और उनके कल्याण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इस दौरान ज्योतिष मणि त्रिपाठी, आलोक शर्मा, अनिरुद्ध मणि, वीरेंद्र दुबे, अवधेश चौबे, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, मुन्ना शुक्ला, सुनील पाण्डेय, अश्वनी तिवारी, सुनील कुमार पाठक, विश्वजीत चौबे सहित सैकड़ों की संख्या में विप्रजन उपस्थित रहे।