
सोनौली-महराजगंज। नेपाल में सरकार द्वारा सोशल मीडिया को बंद करने एवं सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बीते सप्ताह जेन-जी के आंदोलन के दौरान विभिन्न भारतीय मीडिया संस्थानों द्वारा आंदोलन को कवरेज करने गए भारतीय पत्रकारों के साथ अभद्रता और मारपीट के मामले को लेकर महराजगंज जनपद के भारत नेपाल की सोनौली सीमा पर प्रेस क्लब का महराजगंज के जिला अध्यक्ष अमित त्रिपाठी के नेतृत्व में दर्जनों भारतीय पत्रकारों ने नेपाल के लुंबिनी प्रेस क्लब रूपंदेही के अध्यक्ष कमल राय माझी को नेपाली प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के नाम से संबोधित एक ज्ञापन पत्र देकर भारतीय पत्रकारों के साथ किए गए अभद्रता मामले में नेपाल सरकार द्वारा जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
इस दौरान भारत एवं नेपाल की पत्रकारों की एक बैठक नेपाल के इमीग्रेशन कार्यालय पर आयोजित की गई जिसमें भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाया जा सके इसके लिए एक रणनीति बनाई गई और एक दूसरे से संपर्क और आपसी सद्भाव के जरिए मीडिया कवरेज करने पर सहमति बनी। बैठक को संबोधित करते हुए प्रेस क्लब ऑफ महराजगंज के अध्यक्ष अमित त्रिपाठी ने कहा कि पत्र का देश और समाज का चौथा स्तंभ है ऐसे में वह किसी भी देश का पत्रकार हो समाज को आईना दिखाने का काम करता है। नेपाल में कवरेज के दौरान भारतीय पत्रकारों के साथ किए गए दुर्व्यवहार एवं मारपीट दुर्भाग्यपूर्ण है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। नेपाल सरकार से उनकी मांग है कि ऐसे दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और भविष्य में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार ध्यान दें।
रूपंदेही प्रेस क्लब के अध्यक्ष कमल राय माझी ने कहा कि भारत और नेपाल का संबंध सदियों पुराना है। इस तरह की घटनाओं से काफी ठेस पहुंचता है। भारतीय पत्रकारों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया है वह काफी निंदनीय है।
इस मौके पर राहुल त्रिपाठी, अमितेश त्रिपाठी, आशीष सोनी बृजेश गुप्ता अनुज शुक्ला आलोक जोशी सुदेश त्रिपाठी सुनील पांडे एवं लुंबिनी प्रेस क्लब दीपेंद्र बड़वाल, नरेश केसी, माधव ढुंगाना, रविंद्र गुप्ता, मोहम्मद हबीब, प्रतिक पौडेल, राधेश्याम विश्वकर्मा, सलमान खान, मनोज छेत्री सहित बड़ी संख्या में भारत एवं नेपाल के पत्रकार मौजूद रहे।