कानपुर। जब चोरी होती है तो जनता पुलिस के पास पहुंचती और अपने साथ हुए घटना की जानकारी देते हुए न्याय की मांग करती लेकिन यहां तो मामला ही उल्टा है, एक पीड़ित का आरोप है कि सिपाही ने ही चोर के साथ मिलीभगत कर बाइक चोरी करा दी, मामला बढ़ता देख चोरी का मामला दर्ज कर चंद घंटों में बाइक बरामद भी करा दी। वही जब डीसीपी पश्चिम ने एसीपी कल्याणपुर से जांच कराई और दोषी पाए जाने पर सिपाही बृजेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया।
मिली जानकारी के अुनसा चौबेपुर के बिकरू निवासी शिवम कुशवाहा मसवानपुर में किराये पर रहकर हलवाई का काम करता है। शिवम ने बताया कि शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे वह बाइक से कल्याणपुर की ओर जा रहा था। मसवानपुर चौराहे पर एक व्यक्ति लिफ्ट लेकर पनकी रोड चौकी तक गया। वहां व्यक्ति ने चौकी में बैठे सिपाही बृजेंद्र सिंह से कुछ देर बात की और उसे भी बातों में उलझाए रखा। इसके बाद अचानक युवक वहां से चला गया। थोड़ी देर बाद सिपाही भी फोन पर बात करते हुए चला गया।
शिवम का कहना है कि जब वह चौकी से बाहर आया तो बाइक गायब थी। चौकी इंचार्ज से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। थाने पहुंचने पर उसने जब सिपाही पर ही मिलीभगत का आरोप लगाया तो पुलिस ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर ली। साथ ही देर रात उसकी बाइक भी बरामद कर दी। हालांकि चोर का पता नहीं चला। डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने एसीपी कल्याणपुर विकास पांडेय को जांच सौंप दी। जांच में सिपाही की भूमिका पाए जाने पर उसे निलंबित कर दिया।
एडीसीपी पश्चिम लाखन यादव ने बताया सिपाही बृजेंद्र सिंह के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही बाइक चोरी के दर्ज केस में भी उसकी भूमिका को स्पष्ट कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।